नौकरी का झासा देकर पूर्वोत्तर राज्यों की लड़कियों को देह व्यापार के धकेलने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश कर पुलिस ने उसके तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. नगर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया कि कल रात 15 वर्षीय एक युवती बदहवास हालत में हैसदरपुर कॉलोनी के पास पुलिस को मिली. बातचीत करने पर उसने पुलिस को बताया कि तीन लोग उसे कार में बैठाकर जबरन देह व्यापार कराने ले जा रहे थे.
उन्होंने बताया कि सूचना के आधार पर त्वरित कार्रवाई करते हुए सेक्टर-39 पुलिस ने कार में बैठे तीनों आरोपियों को पकड़ लिया. आरोपियों की पहचान ओंकार, समीर उर्फ मकसूद और अनूप के रूप में हुई है. उन्होंने बताया कि इस गिरोह में शामिल महिला मोनिका फरार है. पुलिस उसकी तलाश कर रही है. सिंह ने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला है कि मोनिका किशोरी को दिल्ली में नौकरी दिलवाने के बहाने असम से लेकर आयी थी.
यहां मोनिका ने किशोरी को ओंकार, समीर और अनूप के हवाले कर दिया. उन्होंने बताया कि तीनों किशोरी को बंधक बनाकर रखते थे, उसके साथ मार-पीट करते और रोजाना किसी-न-किसी ग्राहक के पास भेजते. आज भी वह किशोरी को लेकर किसी ग्राहक के पास ही जा रहे थे, लेकिन मौका पाकर वह कार से कुछ गयी और पुलिस को मिली. उन्होंने कहा कि पुलिस गिरोह के अन्य लोगों को तलाश रही है. पुलिस किशोरी के पुराने ग्राहकों को भी तलाश रही है. अधिकारी ने कहा कि पहली नजर में ऐसा लगता है कि यह एनसीआर में संगठित रूप से देह व्यापार का धंधा करने वालों का कोई गिरोह है. पुलिस गिरोह के सभी आरोपियों को पकड़ने का प्रयास कर रही है