बिहार में उपचुनाव के ऐलान के बाद से NDA नेताओं के बीच सियासी मतभेद बड़े पैमाने पर दिखाई लगी है. इससे पहले जहां RLSP और बीजेपी के बीच एक सीट को लेकर दरार उत्पन्न हो गया तो वहीं आब NDA नेता और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने भी दो सीटों के लिए दावा ठोक दिया है. साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अल्टीमेटम देकर NDA से अलग होने पूरा पूरा मन बना लिया है.
मांझी ने कहा है कि NDA और नीतीश सरकार को अल्टीमेटम देते हुए यह कहा है, “मेरे कार्यकाल में लिए 34 निर्णय को नीतीश कुमार बहाल करें, 8 अप्रैल तक मांग पूरी नहीं होने पर NDA से अलग होने का करेंगे एलान.’ उन्होंने कहा,’8 अप्रैल को गांधी मैदान में आयोजिक रैली में ऐलान करेंगे.’ इसके साथ ही उन्होंने उपचुनाव में अररिया और जहानाबाद सीट पर दावा भी ठोक दिया है. जो बीजेपी और जदयू के लिए मुश्किल खड़े करने वाली बात है.
मालूम हो कि बिहार में लोकसभा और विधानसभा की उपचुनाव के ऐलान के साथ NDA फुट के साफ संकेत मिल गये हैं. एक सीट के लिए बीजेपी और आरएलएसपी आमने सामने आ गई है. दोनों में कोई भी दल पीछे हटने को तैयार नहीं हैं. इसलिए NDA विवाद होने तय मानां जा रहा है. बता दें कि जहानाबाद की सीट पर बीजेपी और आरएलएसपी चुनाव लड़ने के लिए अड़ गई है. जबकि NDA में शामिल जहानाबाद सांसद अरूण कुमार ने यह कहा है कि जहानाबाद सीट पर JDU चुनाव लड़े तो कोई एतराज नहीं उपेन्द्र कुशवाहा गुट का दावा जायज नहीं है.
जहानाबाद विधानसभा से राजद प्रत्याशी की बात की जाये तो वहां से मुद्रिका सिंह यादव के बड़े बेटे सुदय यादव का प्रत्याशी बनना लगभग तय है. एनडीए में ही इस सीट को लेकर ज्यादा मारामारी है. लेकिन मिली जानकारी के मुताबिक आरएलएसपी के रामजतन सिन्हा की चर्चा जोरों पर है. महागठबंधन में सीटों के तालमेल में लालू यादव ने जदयू के सिटिंग अभिराम शर्मा को बेटिकट कर मुंद्रिका सिंह यादव को चुनाव लड़वाया था.
गत विधानसभा चुनाव में रालोसपा के प्रवीण सिंह लड़े थे. ऐसे में रालोसपा की तरफ से प्रवीण सिंह की भी दावेदारी प्रबल है. जहानाबाद के सांसद अरूण कुमार रालोसपा से अलग हो गए हैं, लेकिन एनडीए में ही हैं. ऐसे में उनके गुट की भी यहां से दावेदारी है. दूसरी बात ये है कि पूर्व मुख्यमंत्री और हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी का भी यह इलाका है.