ट्रेन में अकेले यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए खुशखबरी यह है कि रेलवे ने उनकी सुरक्षा को देखते हुए एक बेहतरीन फैसला लिया है. रेलवे बोर्ड ने सभी रेल जोन को अधिसूचना जारी करते हुए कहा कि ट्रेन में अकेले सफर कर रही महिला यात्रियों को प्राथमिकता के आधार पर खाली बर्थ उपलब्ध कराया जाय. बोर्ड के निर्देश के बाद महिलाओं के लिए बर्थ कोटा लागू भी कर दिया गया है.
महिला रेल यात्री सफर के दौरान असुरक्षित महसूस न सके इसको लेकर भारतीय रेल की सभी एक्सप्रेस व मेल ट्रेनों के स्लीपर व एसी कोच में छह सीटें सुरक्षित की गयी हैं. रेलवे के मुताबिक एक पीएनआर नंबर पर अकेली महिला सफर कर रही है या फिर समूह में सिर्फ महिलाएं हैं, तो इन महिलाओं को कोटा का लाभ मिलेगा. वहीं, एक पीएनआर पर महिला यात्रियों के साथ-साथ पुरुष यात्री सफर कर रहे हैं, तो उन्हें कोटा का लाभ नहीं मिलेगा.
इतना ही नहीं, पहले चार्ट के तैयार होने तक महिला कोटे का बर्थ खाली है, तो वेटिंग लिस्ट वाली उन महिलाओं को दी जायेगी, जो अकेले सफर कर रही होंगी. वहीं, महिलाओं के लिए सुरक्षित बर्थ खाली रहने पर अगली प्राथमिकता वरिष्ठ नागरिकों को दी जायेगी. रेलवे ने एसी कोच में गर्भवती महिलाएं और बुजुर्ग यात्रियों के लिए भी छह लोअर सीट सुरक्षित किया है. ताकि उन्हें यात्रा के दौरान मुश्किलों का सामना न करना पड़े.