सऊदी अरब के शहजादे मोहम्मद बिन सलमान नाम दुनिया के शाही रईसों में आता है। शहजादे मोहम्मद बिन सलमान ने अपनी अमीरी का जिक्र करते हुए कहा कि वह बहुत दौलतमंद हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मैं गांधी या मंडेला नहीं हूं। मैं गरीब शख्स भी नहीं हूं।
भ्रष्टाचार के खिलाफ हाल में कई राजकुमारों पर कड़ी कार्रवाई करने वाले राजकुमार बिन सलमान अपने शाही खर्च के लिए आलोचना का सामना करते रहते हैं। उनका कहना है कि उनका निजी खर्च उनका व्यापार है। हाल ही में उन्होंने 45 करोड़ डालर में एक पेंटिंग खरीदी है। उनका कहना है, जहां तक मेरे निजी खर्च का सवाल है तो मैं एक अमीर आदमी हूं, गरीब नहीं। मैं कोई गांधी या मंडेला नहीं हूं।
सीबीएस को दिए इंटरव्यू में सलमान ने कहा कि यह बात कहीं। सलमान अमेरिका पहुंचने वाले हैं। वह राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करेंगे। साथ ही वह कई अमेरिकी शहरों की यात्रा भी करेंगे। सीबीएस समाचार कार्यक्रम 60 मिनट ने प्रिंस और सऊदी अरब को आगे ले जाने की उनकी उम्मीदों को लेकर एक एपिसोड प्रसारित किया। उनसे जब पूछा गया कि महिलाएं, पुरुषों के समान हैं तो क्राउन प्रिंस ने कहा, बिलकुल। हम सभी इंसान हैं और हममें कोई अंतर नहीं है।
न्यूयॉर्क टाइम्स की खबर के मुताबिक, उन्होंने माना कि सऊदी अरब में इस्लाम के अतिरूढि़वादी रूप का प्रभुत्व है, जो गैर मुस्लिमों के अनुकूल नहीं है, मूल अधिकारों से महिलाओं को वंचित करता है और सामाजिक जीवन को संकीर्ण करता है। उन्होंने 1979 के बाद सऊदी अरब में फैले रूढि़वाद के बारे में कहा, हम पीडि़त हैं, विशेषकर मेरी पीढ़ी जो इससे जूझ रही है।
युवा बिन सलमान ने शासन संभालते ही महिलाओं के परिधानों पर प्रतिंबधों में छूट दी, कामकाज में उनकी भूमिका को विस्तार दिया। उन्होंने कहा कि सरकार समान भुगतान सुनिश्चित करने के लिए नीतियों पर कार्य कर रही है। महिलाओं को गाड़ी चलाने की भी इजाजत दी गई है। यह आदेश जून से प्रभावी होगा।