बिहार में भागलपुर हिंसा के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ साफ नसीहत दिया है कि वो किसी भी कीमत पर बिहार का माहौल खराब नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा है कि चाहे कोई भी हो, बिहार की शांति भंग करने वाले पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. बता दें कि कुछ नेताओं की बेतुके बयानबाजी को लेकर भी सीएम नीतीश नाराज चल रहे हैं. उसके बाद एक बार फिर से ऐसा बयान समाने आया है जो विवाद खड़ा कर सकती है. यह बयान बीजेपी के फायरब्रांड नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने दी है, जिन्होंने कुछ दिन पहले अररिया में राजद प्रत्याशी के जीतने के बाद यह कहा था कि अब धीरे धीरे बिहार पकिस्तान बन जायेगा. जिसको लेकर विपक्ष अभी तक नीतीश सरकार पर हमलवार है.
बता दें कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नसीहत को नजरअंदाज करते हुए फिर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि मुख्यमंत्री का सम्मान करते हैं लेकिन हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को कैसे और कब तक बर्दाश्त करें. पाकिस्तान जिन्दाबाद और भारत के टुकड़े करने वाले नारे कैसे बर्दाश्त करें. गिरिराज ने आरजेडी और उनके नेताओं का भी तल्ख अंदाज में पलटवार किया है.
आरजेडी के डीएनए में दबंगई का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि आरजेडी दबंग है. उन्हें जो करना है करें, मैं 24 मार्च को बिहार जाऊंगा. गिरिराज ने कहा कि बिहार मेरी कर्मभूमि और जन्मभूमि है. अपनी जन्मभूमि जाने के लिए किससे पूछूं. हम परतंत्र नहीं हैं. हमें बिहार जाने के लिए परमिट या वीज़ा की जरूरत नहीं.
गिरिराज सिंह ने एक बार फिर दोहराया कि अररिया चुनाव के बाद आरजेडी के संरक्षण में भारत तेरे टुकड़े होंगे, पाकिस्तान जिन्दाबाद के नारे लग रहे थे. आरजेडी ने सौहार्द बिगाड़ने का काम किया है. बीजेपी, गिरिराज सिंह या अश्विनी चौबे सौहार्द बिगाड़ने का काम नहीं करते हैं. उन्होंने यह भी दोहराया है कि दरभंगा में रामचंद्र यादव की हत्या कर दी गई क्योंकि उसका बेटा तेजू यादव ने चौक का नाम मोदी चौक रखा, वहां दंगा किसने फैलाया.