दुबई सरकार ने कुछ समय पहले घोषणा की थी की एक फ़रवरी से अमीरात में नौकरी की तलाश में आने वाले प्रवासियों को गुड कंडक्ट सर्टिफिकेट लाना भी अनिवार्य हो गया है, जिसके बाद एक फ़रवरी से यह अमीरात में शुरू किया गया, हालाँकि अमीरात में कुछ अफवाहें भी फैली थी की भारत देश के नागरिकों सहित कई अन्य देशों के लोगों को यह सर्टिफिकेट प्राप्त करने से छूट दी गयी है.
भारतियों को भी है जरुरी पीसीसी
इन अपवाहो को ख़ारिज करते हुए मिनिस्ट्री ऑफ़ ह्यूमन रिसोर्सेज एंड एमिरेटीजेशन ने यह घोषणा की है की “सभी लोगों को जो भी नौकरी के लिए अमीरात में आवेदन करेंगे,भारतीय सहित सभी को नौकरी के लिए अच्छा आचरण सर्टिफिकेट जिसे पुलिस क्लीयरेंस सर्टिफिकेट भी कहते हैं, जरुरी हो गया है.
मंत्रालय ने कहा है की “अभी पीसीसी की तरफ से कोई घोषणा फिलहाल नहीं हुई है लेकिन भारत के निवासियों के लिए आवश्यक है ,जल्द ही इसका अपडेट सभी देश वासियों और प्रवासियों को दिया जाएगा.”
यह घोषणा अफवाहों के बाद की गयी, जो की संयुक्त अरब अमीरात में फैलाई गयी थी की पीसीसी नौ देशों के नौकरी चाहने वालों के लिए आवश्यक नहीं है, जो की भारत, श्रीलंका, इंडोनेशिया, केन्या, बांग्लादेश, मिस्र, ट्यूनीशिया, सेनेगल और नाइजीरिया हैं.
इस साल फरवरी में संयुक्त अरब अमीरात के अधिकारियों द्वारा अच्छे आचरण प्रमाणपत्र की अनिवार्य आवश्यकता थी.
अच्छा आचरण सर्टिफिकेट
यह प्रमाण पत्र केवल संबंधित कार्यकर्ता के लिए लागू होगा और उसकी / उसके आश्रितों के लिए नहीं लागु किया जाएगा, जो लोग यात्रा, पर्यटन या छात्र वीजा पर देश में आ रहे हैं यह प्रमाण पत्र उनके लिए भी लागु नहीं किया जाएगा.
खलीज टाइम्स के अनुसार दुबई पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि “अगर किसी नए कर्मचारी के रूप में संयुक्त अरब अमीरात में कोई प्रवासी आया है, तो “वीजा जारी किए जाने से पहले उसे अपने देश से एक अच्छा आचरण प्रमाणपत्र प्राप्त करना होगा”.
हालांकि, आधिकारिक ने स्पष्ट किया कि यदि एक मौजूदा निवासी देश में नौकरी बदल रहा है तो प्रमाण पत्र अनिवार्य नहीं है. “लेकिन यह नियोक्ता पर निर्भर है कि अगर वे अभी भी कर्मचारी से स्थानीय पुलिस द्वारा जारी किए गए अच्छे आचरण का प्रमाणपत्र चाहते हैं.”