बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 5 देश रत्न मार्ग में आयोजित में एक पिसी के दौरान बिहार सरकार के एक साल के कामकाज का रिपोर्ट कार्ड जारी किया. रिपोर्ट कार्ड जारी करते हुए उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कई तीखे सवाल भी पूछे और उनपर जमकर हमला किया. तजस्वी ने उन मुद्दों को फिर से उजागर किया जो कभी नितीश कुमार की जुबान पर अक्सर रहते थे. जबकि उन्हें फिर से गद्दी पर बैठाने में भी उसे मुद्दे ने काफी मदद भी की थी.
इस दौरान तेजस्वी ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि डबल इंजन की सरकार बिहार का विकास करेगी. लेकिन इस सरकार का ध्यान बिहार के विकास ने नहीं विनाश में है. 7 निश्चय कार्यक्रम को नीतीश सरकार भूल गई. इसके साथ नितीश सरकार की बड़ी मांगों में शामिल रहे विशेष राज्य के मुद्दे को भी तेजस्वी ने फिर से ताजा कर दिया.
इस पर तेजस्वी यह कहा कि बिहार में तो ये सरकार चोर दरवाजे से आकर बनाई गई. लेकिन , ठीक है सरकार बनी तो बिहार के विशेष दर्जे की मांग जो काफी लंबे समय से चल रही है और ये हमारा हक है बिहार के जनता का हक है तो इसपर बिहार की तथाकथित एनडीए सरकार ने कहां विशेष राज्य का दर्जा दे दिया. नीतीश जी को समझ में नहीं आता है क्या? जब भाजपा नेता कहते हैं कि सात निश्चय तो जदयू का एजेंडा है इससे हमें क्या लेना-देना? उनकी बात तो खराब नहीं लगती.
तेजस्वी ने कहा कि वैसे नीतीश कुमार ने तो तब भी इस मांग को पूरा नहीं होने दिया जब राबड़ी देवी ने इस मांग को पहली बार केंद्र सरकार के सामने रखा था. तब अटल जी की सरकार थी और नीतीश कुमार की ही वजह से विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल पाया. अब तो डबल इंजन की सरकार है तो अब कहां गए मुद्दे? अब तो कोई बात बुरी नहीं लगती जबकि लगातार उपेक्षा की जा रही है.