एक गुरु में बच्चे माता-पिता और अपने दोस्त को देखना चाहते हैं. जो उन्हें गलती करने पर प्यार से सही रास्ते पर ले आये और एक दोस्त के तरह उसकी हर परेशानी को सामने लाकर उसका हल निकाले. शायद बच्चे के माता पिता इसी उम्मीद से उन्हें स्कूल भेजते हैं.
अभीभावक बहुत ही मुश्किल से एक सही स्कूल चयन करते हैं और अपने कलेजे के टुकड़े को एक मास्टर के पास बड़ी उम्मीद से भेजते हैं. लेकिन कई बार उनकी यह उम्मीद के एक कमजोर शीशे के तरह गिरकर टूटकर बिखर जाती है. जिसके बाद उन्हें समझ नहीं आता की क्या करें और क्या न करें.
ऐसा की हाल भागलपुर के मातापिता का हो गया है, जिसने बड़ी उम्मीद के अपने फुल जैसी बच्ची का दाखिला एक निजी स्कूल में कराया था. उन्हें यह लग रहा था की उनकी बच्ची वहां महफूज हैं और अच्छे शिक्षकों के बीच रहकर के ज्ञान बटोर रही है, लेकिन जब उन्हें जब यह पता चला कि उनकी फुल जैसी बच्ची को उन्ही टीचर में से एक ने इतना मारा कि उसकी हालत एक मसल दिए गये फुल जैसी हो गई है, तो उन्होंने अपना माथा पकड़ लिया.
बता दें कि बच्ची के साथ यह दर्दनाक करतूत joseph’s Pakartalka school में किया गया. इस स्कूल के UKG में पढ़ने वाली उस मासूम बच्ची को उसके टीचर ने इतना पीटा कि बच्ची दर्द से कराह रही है. बच्ची का नाम मोहिनी है. मोहिनी का यह हाल साक्षी मैडम नामक टीचर ने किया है.
डायरी में मम्मी पापा का साइन नहीं होने के कारण में साक्षी मैडम ने इस बच्ची को इतना पीटा की बच्ची का पैर-हाथ पूरा सूज गया है. बच्ची की हालत देख आसपास के लोग काफी आक्रोश में हैं. सभी यही कह रहे हैं कि ऐसे प्राइवेट स्कूल बंद होने चाहिए, क्योंकि दिन पर दिन ऐसे प्राइवेट स्कूल की मनमानी बढ़ती जा रही है. जिसका नुकसना बच्चे और अभिभावक को ही भुगतना पड़ता है.