क्राइम ब्रांच के एसआई प्रभांशु को सूचना मिली थी कि एक गैंग लोगों को हनी ट्रैप में फंसाकर जबरन उगाही कर रहा है। यह गिरोह आज कल केशव पुरम में सक्रिय है। इनका शिकार बना एक व्यक्ति क्राइम ब्रांच के पास पहुंचा।
उसने पुलिस को बताया कि वह कंप्यूटर से संबंधित काम करता है। बीते एक अप्रैल की शाम एक युवती ने उसे व्हाट्सएप्प पर मैसेज भेजा और बताया कि उसके कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी है। उसे ठीक करने के बहाने युवती ने उसे फ्लैट पर बुलाया। वहां पहुंचने पर युवती उसके साथ आपत्तिजनक हालत में आ गई।
उसी समय चार युवक कमरे में घुस आए। उन्होंने युवती के साथ उसकी अश्लील रिकॉर्डिंग कर ली। उसे बदनाम करने और रेप में फंसाने की धमकी देकर आरोपियों ने पांच लाख रुपये मांगे। उन्होंने उसके पास रखे 17,000 रुपये एवं उसके एटीएम से 25 हजार रुपये ले लिए।
गिरोह को पकड़ने के लिए पुलिस ने अपना एक साथी उनका शिकार बनाकर भेजा। वह जैसे ही फ्लैट पर पहुंचा, तो इशारा मिलते ही एसीपी संदीप लाम्बा की देखरेख में इंस्पेक्टर पंकज अरोड़ा की टीम ने छापा मारकर वहां से तीन महिलाओं को पकड़ा। वहां छापा मारने वाले समीर और संजय को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार आरोपियों ने केशव पुरम में किराये पर एक फ्लैट ले रखा था। गिरोह की लड़कियां व्हाट्सएप्प के जरिये कई लोगों के संपर्क में रहती थीं और उनसे दोस्ती कर उन्हें फ्लैट पर बुलाती थीं। वह जब फ्लैट पर आने को तैयार हो जाता तो तुरंत इसकी जानकारी लड़की समीर सिद्दीकी और संजय सहित अन्य साथियों को देती थी।
फ्लैट पर लड़की शिकार के साथ जब आपत्तिजनक हालत में होती तो पुलिसकर्मी एवं पत्रकार बनकर समीर और संजय सहित अन्य लोग छापा मार देते थे। इस तरह से वह युवक को बदनाम करने और जेल भेजने के नाम पर उगाही करते थे।