आज लगभग हर नेता चाहता है कि उसका नाम मीडिया आये. उसके लिए नेता बयानबाजी करते हैं या फिर किसे मोर्चे का नेतृत्व करते हैं. ताकि उनका भी नाम मीडिया में आये और लोग उन्हें भी जाने. एक घटना सामने आई है जिसमे नेताओं ने अपने नाम को नजरअंदाज किये जाने से खफा होकर आपस में ही मारपीट शूरु कर दिया. ये सभी नेता केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा की पटी RLSP के थे.
जो बिहार के समस्तीपुर में धरने पर बैठे थे. यहां सरकारी बस स्टैण्ड में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा के साथ हुए दुर्व्यवहार के खिलाफ प्रतिरोध मार्च और धरना का आयोजन किया गया. प्रतिरोध मार्च के बाद जब सभी कार्यकर्त्ता वापस धरना स्थल पर पहुंचे तो प्रेस विज्ञप्ति में नाम नहीं होने से कुछ कार्यकर्त्ता आपस में तू-तू, मैं-मैं करने लगे और देखते ही देखते पूरा धरना स्थल रणक्षेत्र में तब्दील हो गया.
रालोसपा के कार्यकर्त्ता दो गुटों में बंट गए और एक दूसरे की जम कर पिटाई कर दी. जिस वक्त यह घटना हुयी रालोसपा के जिलाध्यक्ष अनंत कुशवाहा सहित जिले के सभी कार्यकर्त्ता मौके पर ही मौजूद थे. मारपीट की इस घटना में पांच कार्यकर्त्ताओं को चोंटे आई हैं.
बता दें कि रालोसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से बदसलूकी मामले पर पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को राजधानी सहित सभी जिलों में धरना प्रदर्शन किया. पार्टी ने उपेंद्र कुशवाहा को जेड श्रेणी की सुरक्षा देने की मांग की. बदसलूकी और हमला मामले की न्यायिक जांच कर दोषियों को कड़ी सजा देने की मांग की. आक्रोश मार्च निकालने के साथ ही पार्टी नेताओं ने जिला मुख्यालयों पर धरना दिया. पार्टी नेताओं ने आरोप लगाया कि उपेंद्र कुशवाहा के राजनीति में बढ़ते कद और जनाधार के कारण कुछ लोगों ने सुनियोजित ढ़ंग से हमला किया है.