कहा जाता है कि एक सच्ची पत्नी अपने पति को यमराज के घर से भी जिंदा ले आती है. यह कहानी सदियों पुरानी है. लेकिन ऐसा ही एक नजारा लोगों को एक बार फिर से देखने को मिला है, जब एक महिला अपने लहूलुहान पति को गोद में लेकर सड़क पर बैठ गयी और तब तक मदद की गुहार लगाती जबतक कि कोई उसकी मदद के लिए नहीं आया. ऐसा लग रहा था कि सुहाग के खून से तर-बतर हुई महिला ने कसम खा लिया है कि वो अपने पति को कुछ नहीं होने देगी. इसके लिए वो खुद भगवान से भी लड़ जाएगी.
बता दें कि एक दर्दनाक सड़क हादसे में उस महिला के पति की यह हालत हुई. उसके साथ कई और लोग भी बुरी तरह से जख्मी हो गये. कहा जा रहा है कि पठानकोट-जालंधर हाईवे कौंतरपुर के पास सड़क के बीचो-बीच आवारा पशु आने से ऑटो का संतुलन बिगड़ गया और वह पलट गया. इस दौरान औटो में सवार दस लोग हादसे के शिकार हो गये. सभी सुजानपुर के मोहल्ला शेखा रहने वाले है. घायलों में राजरानी, हंसराज, तरसेम, संतोष कुमारी, अंजू बाला, सुदेश कुमारी, कौशल्या देवी, आशा रानी, साक्षी व ऑटो ड्राइवर सुभाष शामिल है. सबका इलाज सिविल अस्पताल में चल रहा है. यहां सबको स्थानीय लोगों और पुलिस के मदद से भर्ती करवाया गया है. जिनमें से चार लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
ऑटो में सवार 10 लोग काठगढ़ महादेव मंदिर में माथा टेकने जा रहे थे. पर कौंतरपुर के पास सड़क के बीच अचानक आवारा पशु आ गया. ऑटो चालक सुभाष ने पशु को बचाने की कोशिश की तो ऑटो पलट गया. ऑटो पलटने से उसमें सवार सभी लोग लहूलुहान हो गए. 108 एबुलेंस से घायलों को सिविल अस्पताल पहुंचाया गया. पुलिस द्वारा ऑटो को कब्जे में में लिया गया है. साथ ही मामले की जांच भी शुरू कर दी गई है. फिलहाल तो सभी उस महिला के पति के साथ साथ तमाम घायलों के सलामती की दुआ की जा रही है. जो कि अभी ज्यादा जरुरी है, क्योंकि कोई भी चीज किसकी की जिंदगी से बढ़कर नहीं हैं.