पैंतालिस लाख रुपये के कर्ज में डूबे व्यवसायी ने बुधवार की देर रात अपनी दो नाबालिग पुत्रियों को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद पत्नी गुडिय़ा देवी को धारदार हथियार से गला रेतकर लहूलुहान कर दिया।
गंभीर रूप से जख्मी उसकी पत्नी निजी अस्पताल में जीवन और मौत से संघर्ष कर रही है। आरोपित घर पर सुसाइड नोट जिसमें लिखा है कि वह आत्महत्या के लिए जिम्मेदार है, छोड़कर फरार हो गया है। वह जिंदा है या नहीं, पुलिस इसकी पड़ताल कर रही है।
घटना बिक्रमगंज शहर के आरा रोड स्थित इंदिरा नगर की है। सुसाइड नोट से प्रथम दृष्टया कारणों का खुलासा हुआ है। मृत बच्चियों में 14 वर्षीया तान्या व 11 वर्षीया तनु बताई गई हैं। इलाके में घटना को लेकर दहशत का माहौल है।
पड़ोसी के यहां छिपकर बची पत्नी
थानाध्यक्ष मो. अकरम अंसारी ने बताया कि भोजपुर जिले के अगियांव थाना क्षेत्र के कटरिया का निवासी ललित नारायण ङ्क्षसह परिवार के साथ शहर के आरा रोड स्थित इंदिरा नगर में किराए के मकान में रहता है। परिवार में पत्नी के अलावा दो पुत्री (अब मृत) और एक आठ वर्ष का पुत्र आशीर्वाद साथ में रहते थे।
आशीर्वाद मंगलवार को अपनी बुआ के यहां चला गया था। ललित ने बुधवार की रात्रि लगभग दो बजे बेटियों तान्या व तनु की गोली मारकर हत्या करने के क्रम में बीच- बचाव करने आई पत्नी गुडिय़ा देवी की धारदार हथियार से गला रेत हत्या करने का प्रयास किया, किसी तरह वह बच निकली और पड़ोस के घर में छिप गई। ललित को पड़ोसियों ने पकडऩे की कोशिश की, पर वह भाग निकला।
आइडिया का व्यवसाय था
ललित स्थानीय महादेव मार्केट में आइडिया कंपनी का व्यवसाय करता था। सुसाइड नोट में उसने घटना को अंजाम देने के पीछे मानसिक उत्पीडऩ और कई लोगों से कर्ज का उल्लेख किया है। नोट के अनुसार उसने करीब दर्जन भर लोगों से 45 लाख रुपया कर्ज ले रखा था। पुलिस के अनुसार कई पैसा वापस लेने के बावजूद उसका शोषण कर रहे थे।
पड़ताल में जुटी पुलिस
थानाध्यक्ष ने बताया कि बरामद पत्र में उल्लेखित तथ्यों की जांच-पड़ताल की जा रही है। अनुसंधान के बाद ही पुलिस अंतिम निष्कर्ष पर पहुंच पाएगी। दोनों शवों को कब्जे में ले पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए सासाराम सदर अस्पताल भेज दिया है। वहीं घटना को अंजाम देने वाले की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। खबर लिखे जाने तक उसका कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
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