नई दिल्ली :इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ के जांच अधिकारी उस समय चौंक गए जब दो मुसाफिरों के बैग में मौजूद बिस्कुट और नमकीन के पैकेट से लाखों की विदेशी करेंसी निकलने लगी. जी हां, यह मामला 4-5 मई की रात करीब एक बजे का है. सीआईएसएफ ने बिस्कुट और नमकीन के दो पैकेट के भीतर से करीब 23.33 लाख रुपए कीमत की विदेशी करेंसी बरामद की है. जिसमें 1.30 लाख साऊदी रियाल और 950 दिहरम (संयुक्त अरब अमीरात की मुद्रा) थे. सीआईएसएफ ने बरामद विदेशी मुद्रा सहित दोनों मुसाफिरों को कस्टम के हवाले कर दिया है. कस्टम ने दोनों आरोपी मुसाफिरों को गिरफ़तार कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
विदेशी करेंसी को ब्लैक टेप से किया था कवर
सीआईएसएफ के सहायक महानिरीक्षक हेमेंद्र सिंह के अनुसार, सीआईएसएफ के सब-इंस्पेक्टर रमन कुमार को अंतरराष्ट्रीय फ़लाइट पर जा रहे मुसाफिरों के हैंड बैग की जांच सौंपी गई थी. एक्सरे जांच के दौरान सब-इंस्पेक्टर रमन कुमार को एक हैंड बैग के भीतर अजीब सी आकृति नजर आई. हैंड बैग खोल कर देखा तो उसके भीतर नमकीन और बिस्कुट के पैकेट रखे हुए थे. पैकेट खोलकर देखा तो वाकई उसके भीतर बिस्कुट और नमकीन थे.
अब सब-इंस्पेक्टर रमन की समझ से बाहर था कि आखिर सामान्य बिस्कुट और नमकीन की आकृति एक्सरे में अजीब सी क्यों नजर आ रही है. शक के चलते उन्होंने पैकेट से बिस्कुट और नमकीन को बाहर गिरा दिया. पैकेट के अंदर से जो निकला उसे देखकर सब-इंस्पेक्टर रमन चौंक गए. पैकेट के भीतर से ब्लैक टेप से रैप किए गए कुछ बंडल भी गिरे. बंडल खोला तो उसके भीतर से 82,500 साऊदी रियाल निकले. कुछ यही कहानी दूसरे एक्सरे पर तैनात सब इंस्पेक्टर रणवीर सिंह के साथ हुई. रणवीर कुमार को भी इसी तरह के बिस्कुट और नमकीन के पैकेट के भीतर से 47,500 साऊदी रियाल और 950 दिहरम मिले.
कुवैत जाने की फिरांक में थे दो मुसाफिर
सीआईएसएफ के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार दोनों मुसाफिरों के हैंड बैगेज से विदेशी करेंसी मिलने के बाद उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई. पूछताछ के दौरान इनकी पहचान सूरज खान और जावेद अली के रूप में हुई. दोनों आईजीआई एयरपोर्ट से कुवैत और कुवैत से दुबई जाने वाले थे. पूछताछ के दौरान इनके कब्जे से कोई करेंसी से संबंधित कोई दस्तावेज भी बरामद नहीं हुआ. जिसके चलते दोनों को कस्टम के हवाले कर दिया गया.