ग्लोबल मार्केट में क्रूड के दाम 80 डॉलर तक आने के बाद पेट्रोलियम मिनिस्टर धर्मेन्द्र प्रधान ने ओपेक संगठन के प्रमुख देश सऊदी अरब से कहा है कि वह दामों को स्टेबल रखे। प्रधान के अनुसार, क्रूड के दाम अचानक बढ़ने से देश के उपभोक्ताओं और अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचता है। प्रधान ने भारत का यह रुख सऊदी के एनर्जी मिनिस्टर खालिद अल फलिह से मुलाकात के दौरान बता दिया। दोनों देशों के एनर्जी मिनिस्टर के बीच हुई मुलाकात के दौरान इनर्जी क्षेत्र में सहयोग पर वार्ता हुई। दूसरी तरफ देश में शुक्रवार को पेटोल के दाम में 29 पैसों की बढ़ोत्तरी की गई है। इसके बाद पेट्रोल के दाम 29 पैसे बढ़कर दिल्ली में 76.61 रुपए प्रति लीटर हो गए हैं। यह पेट्रोल का 5 साल का सबसे ऊंचा स्तर है।
2014 के बाद पहली बार 80 डॉलर के पार गया क्रूड
2014 के बाद पहली बार ब्रेंट क्रूड का दाम अंतरराष्ट्रीय बाजार में 80 डॉलर के पार निकला है। क्रूड के दाम बढ़ने के कई कारण हैं, जिसमें ईरान पर अमेरिका की तरफ से प्रतिबंध का फिर से लगना जैसे मामले शामिल हैं। ईरान कच्चे तेल का तीसरा सबसे बड़ा उत्पादक देश है। इसके अलावा वेनेजुला से कच्चे तेल की आपूर्ति में कमी आना और इंटरनेशनल इनर्जी एजेंसी के मुताबिक ओपेक की तरफ से उत्पादन में कमी से आपूर्ति का घटना जैसे कारण शामिल हैं।
प्रधान ने चिंता जताई
प्रधान ने कूड के दाम बढ़ने पर चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि इससे भारत के उपभोक्ताओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा, वहीं देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका असर पड़ेगा। यहां जारी एक बयान में बताया गया है कि प्रधान ने सऊदी के मंत्री से इसके दाम को स्थिर रखने पर जोर दिया है।
अल फलिह ने आश्वासन दिया
सऊदी के मंत्री अल फलिह ने इस दौरान आश्वासन दिया कि सऊदी खुद भी चाहता है कि ग्लोबल इकोनॉमी में ग्रोथ रहे, जिससे उसे भी फायदा होगा। उन्होंने कहा कि सऊदी कच्चे तेल की आपूर्ति को स्थिर रखने के अलावा अन्य तेल उत्पादक देशों से भी ऐसा करने करने के लिए बात करेगा। उन्होंने कहा कि पर्याप्त सप्लाई से दामों को स्थिर रखने में मदद मिलेगी।
पेट्रोल के दाम बढ़े
ग्लोबल मार्केट में क्रूड के बढ़ते दाम और डॉलर के मुकाबले रुपए की कमजोर होती स्थिति के चलते देश में पेट्रोल और डीजल सहित एविएशन फ्यूल के दाम बढ़ रहे हैं। सोमवार से अभी तक पेटोल के दाम में करीब 1 रुपए की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। हालांकि कर्नाटक में चुनाव के चलते 19 दिनों तक पेट्रो उत्पादों के दाम नहीं बढ़ाए गए थे। लेकिन उसके बाद से डीजल के दाम में करीब 1.15 रुपए प्रति लीटर की बढ़त हो चुकी है। शुक्रवार को पेट्रोल के दाम 29 पैसे प्रति लीटर बढ़ाए जाने से 5 साल के हाई पर आ गए हैं। अब दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 76.61 रुपए में मिल रहा है। वहीं डीजल के दाम दिल्ली में प्रति लीटर 67.08 रुपए हो गए हैं।
और महंगा होगा पेट्रोल
कर्नाटक चुनाव की वजह से पेट्रो प्राइस में दाम न बढ़ाने के दौरान कच्चे तेल के दाम में 5 डॉलर प्रति बैरल की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। इसके चलते पेट्रोलियम कंपनियों को पेट्रोल के दाम में करीब 4 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी करनी होगी। इसमें से 98 पैसों की बढ़त कंपनियां कर चुकी है, और बाकी दाम जल्द ही बढ़ाया जा सकता है।
डीजल के भी बढ़ाने होंगे रेट
वहीं 19 दिनों तक डीजल के रेट न बढ़ाने के दौरान अंतरराष्ट्रीय बाजार में बैंचमार्क रेट करीब 4.8 डॉलर बढ़ गए हैं। इसके चलते डीजल के दाम में करीब 3.5 से लेकर 4 रुपए प्रति लीटर तक की बढ़ोत्तरी करनी पड़ेगी। इसमें 1.15 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी हो चुकी है। बाकी की बढ़ोत्तरी जल्द ही की जा सकती है।
इनपुट: DBC