बीए पार्ट वन में पढ़ने वाली छात्रा शारदा कुमारी (20) ने शादी तय हो जाने के बाद डिप्रेशन में आ गई। इसके बाद शुक्रवार की रात फंदे से लटककर जान दे दी। वह मूल रूप से बांका के करहरिया की निवासी थी। उसके पिता शंकर पासवान बांका थाने में चौकीदार हैं। शारदा अपनी मौसी के दाऊदबाट, हबीबपुर स्थित घर में लोहे के एंगल में दुपट्टे से फंदा लगा लिया। लड़की के चाचा अरब देश के रियाद में रह कर प्राइवट कम्पनी में काम करते हैं.
तिलक होने के बाद से थी काफी तनाव में
छात्रा के पिता शंकर पासवान ने बताया कि उनकी लड़की की शादी पुलिस विभाग में कार्यरत एक पुलिस पदाधिकारी के बेटे से अलीगंज में तय हुई थी। लड़के ने शादी के लिए हामी भी भर दी थी। इस कारण तिलक समारोह भी बड़ी धूमधाम से संपन्न हो गया था। शादी का डेट फिक्स होना बाकी था। उन्होंने बताया कि इस बीच बेटी ने एक बार भी शादी को लेकर किसी प्रकार का विरोध नहीं किया। हालांकि कुछ परिजनों ने बताया कि वह कुछ दिनों से तनाव में थी। मगर उसने किसी को अपनी इच्छा भी नहीं बताई। पिता ने बताया कि शुक्रवार की शाम उसे बेटे ने शाम को फोन कर बेटी के खुदकशी की जानकारी दी। वही इस घटना की जानकारी अरब में रह रहे चाचा को मिलते ही रो रो कर बुरा हाल हो गया हैं.
10 दिन पहले से थी मौसी के यहां
पिता ने बताया कि शारदा पिछले 10 दिन पहले से ही हबीबपुर में थी। उसकी मां और भाई भी यहीं थे। लेकिन मां दो दिन पहले बांका चली गई थी। जबकि भाई यहीं बहन के पास रह गया था। जिस समय घटना घटी उस वक्त घर में कोई नहीं था। उसकी मौसेरी बहन निचले तल पर कुछ काम कर रही थी। जबकि उनकी लड़की पहले मंजिल पर कमरे में अकेली थी। देर रात तक जब वह ऊपर से नहीं उतरी तो भाई उसे ढूंढते हुए ऊपर पहुंचा। वहां लोहे के एंगल में उसकी बहन लटकी हुई थी। यह देखते ही वह चिल्लाते हुए नीचे आया। तब घर के अन्य लोग वहां पहुंचे और पुलिस को मामले की जानकारी दी।