काफी दिनों से लापता बिहार राज्य के सिवान के रहने वाले रिजवान अहमद की लाश बरामद की गई है. रिजवान की हत्या का आरोप यमन के चार नागरिकों पर लगा है. 4 यमनियों द्वारा सऊदी अरब में सिवान (खालिसपुर) निवासी रिज़वान अहमद अहमद की हत्या कर करके उसकी लाश को फेंक दिया गया है. उसकी लाश 3 हफ्ते बाद रेगिस्तान में कंबल में लिपटी हुई मिली. जप रेत से ढंकी हुई थी.
आपको बता दें कि इससे पहले भी हमने रिजवान आलम नाम के एक शख्स की गुमशुदगी की खबर चलाई थी, दोनों के नाम सेम है पर सरनेम में थोड़ा अंतर हैं, इसलिए स्थिति साफ होने तक थोड़ा इंजतार करना होगा. पुरानी खबर इस प्रकार है:
भारत के बिहार राज्य के सिवान के रहने वाले रिजवान आलम नामक एक युवक 7 MAY से सऊदी के अल-बदिया से लापता है. इसके परिजनों ने मदद के गुहार लगाईं है. सभी की आखें आसुओं भरी हुई है. क्योंकि किसी अपने को खोने से बाद दर्द इस दुनिया में और कुछ भी नहीं होता.
बता दें कि जब रिजवान लापता हुआ तो उससे पहले उसने ब्लैक कलर की टीशर्ट पहन रखी थी, जो हमने अपलोड की है.
इनके परिजन काफी परेशान है, इसलिए हम सभी भारतीय के भरोसे अपने खबर के माध्यम से भी रिजवान को तलाशने का प्रयास कर रहे हैं.
रिजवान का एकमा नंबर 2342765035 है. बताया गया है कि रिजवान रियाध के अलबदिया में डीजल की गाड़ी चलाते थे.
वो सात मई को बदा को डीजल देने मजरे में गये थे. सुबह जब डीजल दे कर बदा से पैसे लिया तो बदा ने उसे 13.600 रूपये दिए, इस दौरान वहां के गेट में भी मौजूद था.
इसके बाद वो वहां से वापस लौटने के लिए निकले पर शाम तक घर नहीं पहुँच सके. जिसके बाद उनके चाचा ने उन्हें फोन किया तो उनका मोबाइल स्विच ऑफ आ रहा था.
फिर उनेके चाचा और रिजवान के साथियों ने पुलिस में इस बात की शिकायत की. पुलिस इस मामले में कार्रवाई कर रही है.
पूछताछ और छानबीन की जाने की बात की जा रही है लेकिन अभी तक रिजवान के बारे में जानकारी नहीं मिली है.
हम अपने खाड़ी खबर के तरफ से आप भारतीय से यह अपील करते हैं, यदि आपको सबको कहीं भी रिजवान दिखे या उसके बारे में कुछ पता पता चले या उसके बारे में कोई भी जानकारी मालूम हो तो हमें मैसेज कर दें.
इसके लिए खाड़ी खबर की पूरी टीम और रिजवान का पूरा परिवार आपके बहुत बहुत आभारी रहंगे.
हम रिजवान के परिजनों से तुरंत संपर्क करेंगे. हमें रिजवान की पासपोर्ट के एक कॉपी और कई फोटो अपलोड की है.
अगर आपके माध्यम से किसी भूले हुए की वापसी हो जाती है, तो रिजवान का परिवार की दुआएं आपको भी लगेंगी.
ऐसे भी हम भारत के लोग एक दुसरे की मदद करने में भी कभी पीछे नहीं हटते हैं. ऐसा करना हमारा फर्ज भी है.