यूनाइटेड अरब अमीरात के अबू धाबी मैं एक व्यक्ति को 10 साल जेल में रहने की सजा सुनाई है और साथ ही एक मिलियन अर्थात 1000000 दिरहम का जुर्माना भी लगाया गया है. यह फैसला आबूधाबी कोर्ट ऑफ अपील ने मंगलवार को सुनाया.
इतना ही नहीं अमिराती डिपेंडेंट ए एम एस जेल की अवधि समाप्त होने के बाद 3 साल प्रोबेशन में भी रखा जाएगा. यह आदेश कोर्ट ने दिया.
इतना ही नहीं अदालत ने व्यक्ति के सारे उपकरण जैसे कि मोबाइल लैपटॉप कंप्यूटर उसके सोशल नेटवर्किंग साइट्स Facebook Twitter और तमाम ऐसी वेबसाइटों को तुरंत जप्त करने का आदेश भी दिया. हालांकि बाहर से चल रहे किसी आतंकी संगठन से सांठगांठ होने के मामले में इस युवक को बरी कर दिया गया है.
क्या किया था इस युवक ने और क्यों आपको रहना चाहिए सावधान.
उक्त व्यक्ति ने यूएई के बारे में झूठी सूचना हुआ है और झूठ प्रकाशित करने के लिए ट्विटर और फेसबुक इत्यादि जैसे सोशल मीडिया साइटों का उपयोग करने के लिए दोषी पाया गया जिससे यह माना गया कि यह संयुक्त अरब अमीरात की सामाजिक सद्भाव और एकता को नुकसान पहुंचाने वाली सांप्रदायिक भावना और करीना को भी बढ़ावा दिया है.
साथी कोर्ट ने यह भी माना कि इसके वजह से संयुक्त अरब अमीरात की विदेशों में प्रतिष्ठा को भी नुकसान पहुंचा है और इस प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाने के लिए झूठी सूचना आपका पोस्ट सोशल मीडिया के जरिए अपने फ़ालोअर के बीच में रखा था. साथ ही युवक ने अमीरात को एक बिना कानून का देश के रूप में सोशल मीडिया के जरिए छवि बनाने की कोशिश अपने पोस्टों में लगातार किया था.
अगर आप संयुक्त अरब अमीरात में फेसबुक-ट्विटर या किसी भी प्रकार के सोशल मीडिया साइटों का उपयोग कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं और इन बातों का ख्याल रखें.
- किसी भी तरीके से गलत अफवाहों को ना ही हवा दें और ना ही उन्हें आगे पहुंचाएं
- अपने सोशल मीडिया अकाउंट से किसी भी तरीके से यूएई के खिलाफ़ कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट ना करें
- पहले से चल रहे कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट जो UAE देश के हित में ना हो उसके साथ किसी भी तरीके से अपनी इंगेजमेंट ना बनाएं.
- ऐसा करने से आप भी दंड के भागी होंगे जिस के उपरांत आपको भारी संख्या में फाइन भरना पड़ सकता है और साथी सश्रम जेल भी जाना पड़ सकता है.