भारत के कच्छ में हुए वायुसेना के विमान हादसे के बाद से देश में कई तरह के चर्चे हो रहे हैं. क्योंकि इस हादसे में कोई आम विमान नहीं बल्कि वायु सेना का एक खास विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ है. वो भी ट्रेनिंग के दौरान, इस विमान के नाम जगुआर एयरक्राफ्ट था. हादसा होने के बाद इसका इसका मलबा तीन किलोमीटर के इलाके में फैल गया है, जिसकी तस्वीरें कैमरे में कैद की गई है.

मालूम हो इस हादसे में एक पायलट की जान भी चली गई. पायलट का नाम संजय चौहान है जो शहीद हो गये हैं. संजय चौहान वायुसेना में एयर कमोडोर के पद पर थे. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जगुआर ने जामनगर से सुबह करीब 10.30 बजे उड़ान भरी थी.

यह एयरक्राफ्ट अपने रूटिन ट्रेनिंग मिशन था. हादसे में कुछ जानवरों की भी मौत हो गई है. वायुसेना में इस साल यह चौथा विमान हादसा है.

आपको बता दें कि असम के माजुली द्वीप पर एयरफोर्स का एक हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें विग कमांडर जे जेम्स और विंग कमांडर डी वत्स की मौत हो गई थी. वहीं 23 मई को जम्मू-कश्मीर में वायुसेना का चॉपर क्रैश हुआ था.

10 मार्च को रायगढ़ के मुरूड में तटरक्षक के चेतक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. इस हादसे में घायल सह- पायलट सहायक कमांडेंट कैप्टन पेनी चौधरी की 17 दिन बाद मौत हो गयी थी.

20 मार्च को ओडिशा में वायुसेना का हॉक एडवांस ट्रेनर जेट दुर्घटनाग्रस्त हुआ था. vk15 फरवरी को असम में वायुसेना के SW-80 विमान हादसे में दो पायलटों की मौत हो गई थी.

आपको जानकर हैरानी होगी कि जगुआर कोई आम विमान नहीं है, बल्कि यह बहुत ही खास किस्म का लड़ाकू विमान है.

जो दुश्मन के सीमा में काफी भीतर तक घुसकर हमला करने में सक्षम हैं. जो बहुत ही आसानी से दुश्मन का कैंप, एयरबेस और वॉरशिप्स को निशाना बनाकर ध्वस्त कर सकता है.

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