सऊदी अरब के रियाद में नौकरी करने गया उप्र के कौशांबी का एक युवक करीब डेढ़ साल से वहां बंधक बना हुआ है। फेसबुक पर उसने आपबीती बयां करते हुए छुड़ाए जाने की गुहार विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से लेकर जिले के अफसरों तक से लगाई है। सैनी कोतवाली क्षेत्र में बरीपुर शाखा निवासी श्रीपाल की अझुवा कस्बे में किराना की दुकान है।
क्षेत्र के ही एक एजेंट ने उनके बेटे सुनील साहू को नौकरी दिलाने के नाम पर वीजा व पासपोर्ट बनवाकर 21 दिसंबर, 2016 को सऊदी अरब के रियाद शहर भिजवाया था। वहां सुनील किसी बदमखाना अब्दुला के यहां घरेलू नौकर के रूप में काम करने लगा। महीने की पगार 15 सौ रियाल तय हुई थी लेकिन, 14 सौ रियाल दिए गए। काम भी 12 की बजाय 16 से 18 घंटे लिया जाता था। बच्चों को स्कूल छोड़ने से लेकर परिवार के लोगों को घुमाने तक की जिम्मेदारी थी।
चार मार्च 2017 को अब्दुला के भाई ने किसी बात को लेकर सुनील की पिटाई कर दी। फिर दिसंबर 2017 में अब्दुला की बहन ने अपनी सहेलियों के सामने उसकी पिटाई की। अभी 18 मई को फेसबुक पर अपलोड किए गए करीब 10 मिनट के अपने वीडियो संदेश में सुनील ने कहा है कि जब वह जुल्म सहने में असमर्थ हो गया तो मालिक के पास पहुंचा और घर जाने के लिए अपना पासपोर्ट मांगा।
इस पर उसके मालिक ने अपनी पत्नी पर जानलेवा हमले का आरोप लगाते हुए पुलिस से शिकायत कर दी, इसमें उसे एक माह की जेल हो गई। कोर्ट में जज ने उसकी बात सुनकर मुकदमा खारिज कर दिया। सुनील का कहना है कि जेल से छूटने के बाद वह फिर अब्दुला के पास पासपोर्ट लेने पहुंचा तो नहीं दिया गया। भारतीय दूतावास से भी कोई मदद नहीं मिली। सुनील की पत्नी शर्मिला का कहना है कि फोन करने पर उनके मोबाइल पर कॉल रिसीव नहीं हो रही है।