शेख सुहाइम बिन हमद बिन अब्दुल्ला अल-तानी के बेटे शेख सुल्तान बिन सुहाइम, जो कतर के शासक परिवार के सदस्य थे और देश के पहले विदेश मंत्री के रूप में कार्य करते थे. उन्होंने कहा कि कतर अपने नागरिकों को हज और उमराह करने से रोक रहा है. जैसा की सभी जानते है की क़तर और सऊदी के सम्बन्ध दिन प्रतिदिन बिगड़ते जाते है ऐसे में दोनों देशों के अनबन और भी ज्यादा बढ़ गयी है.
अल अरेबिया के मुताबिक, शुक्रवार को अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर शेख सुल्तान ने कहा: “जबकि हमारा बड़ा भाई राजनीतिक मतभेदों से ऊपर उठता है और हमारे लोगों को उमराह करने के लिए अपने दरवाजे और दिल खोलता है, तो हमद शासन उन्हें अल्लाह के घर जाने से प्रतिबंधित कैसे कर सकता है.
अरब नामा को मिली जानकरी के मुताबिक, एक अन्य ट्वीट में शेख सुल्तान ने कहा कि कतरी शासन को अपने इस कदम का भुगतान करना होगा.
सऊदी की क़तर को चेतावनी
“शेख सुल्तान ने ट्वीट किया कि, “वह दिन आएगा जहां कतरी लोग आपको इस अन्याय के लिए भुगतान करेंगे और क्योंकि उन्हें उमराह और हज करने से रोका जा रहा है. कई गुनाह उनके सर पर है , लेकिन आप अल्लाह से डरते नहीं हैं और अपने सिर्फ अपना फायदा देखते है.
शेख सुल्तान ईर तमीम बिन हमद की अगुवाई में मौजूदा सत्तारूढ़ परिवार से सार्वजनिक रूप से विरोध करने वाले पहले व्यक्तियों में से एक बन गए, जब कई देशों ने कतर के साथ आतंकवादी समूहों के समर्थन और वित्त पोषण पर संबंधों को तोड़ने का फैसला किया.
इस बीच, पाकिस्तान में सऊदी अरब के दूतावास ने गुरुवार को स्थानीय पाकिस्तानी मीडिया में फैले झूठी रिपोर्टों को सुधारने के लिए एक बयान जारी किया, जिसमें कतरी नागरिकों को सऊदी में उमराह करने से रोके जाने की खबर सामने आ रही थी.
बयान में, दूतावास ने कहा कि कतर का बहिष्कार करने के फैसले के पहले दिन से, सभी राजनयिक संबंधों को काटते हुए, सऊदी अरब ने सुनिश्चित किया कि सऊदी उमराह और हज के लिए तीर्थयात्रा की प्रक्रिया पूरी तरह से कतरी नागरिकों के लिए व्यवस्थित प्रक्रियाओं के अनुसार पूरी तरह से सुविधाजनक होगी और कतरी लोगों को हर सुविधा दी जानी चाहए. साथ ही सऊदी ने कहा कि वह तहे दिल से कतरी लोगों का सऊदी में स्वागत करते है.