सऊदी अरब ने उन सभी दावों से इंकार कर दिया है जिनमें कहा जा रहा था कि सऊदी अरब में कतरी नागरिकों को तीर्थयात्रा करने से रोका जाएगा. सऊदी ने क़तर को आश्वासन दिया कि उन्हें सऊदी में किसी भी तरफ की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ेगा.
अरब न्यूज़ के मुताबिक, पाकिस्तान में सऊदी अरब के रॉयल दूतावास ने शुक्रवार को एक बयान जारी किया जिसमें कहा गया कि, “कुछ दिनों पहले सऊदी ने कतर के साथ राजनयिक संबंधों को अलग करने का फैसला किया था. लेकिन इसके बावजूद भी सऊदी अरब ने कतरी भाइयों के प्रति अपने विचार की पुष्टि की और उनके उमराह और हज के लिए स्वागत किया है.
उन्होंने आगे कहा कि, “इसके अलावा, गुरुवार, 7 जून, 2018 को इस्लामाबाद में कतरी दूतावास द्वारा जारी बयान में उमराह करने आये कतरी नागरिकों का रोकने के लिए सऊदी ज़िम्मेदार है. वहीँ सऊदी का कहना है कि, सऊदी ने स्वागत किया था साथ सऊदी ने यह भी पुष्टि की थी क़तर से आये नागरिकों को हर बेहतर सुविधा दी जाएगी जैसे की अन्य देशों से आये जायेरीनों को दी जाती है.
अरब नामा को मिली जानकरी के मुताबिक, क़तर दूतावास ने पाकिस्तान में मीडिया रिपोर्टों को खारिज कर दिया था कि दावा किया गया था कि सऊदी अरब में उमराह करने वाले कतरियों पर प्रतिबंध लगाए गए है और कहा था कि ऐसी कहानियां कतर के प्रशासन द्वारा फैलाई जा रही है.
पिछले साल अगस्त में दोहा स्थित न्यूज़ चैनल अल जज़ीरा ने दावा किया था कि सऊदी अरब के साथ देश के जटिल संबंधों के कारण कतरियों को हज करने की इजाजत नहीं दी जाएगी. इससे पहले, यह संकेत दिया गया था कि मध्य पूर्व राज्यों के बीच बढ़ती कड़वाहट के चलते तीर्थयात्रा करने के लिए कतरी नागरिकों के लिए समस्याएं पैदा कर सकती है.
पिछले साल जून में, पाकिस्तान के एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने अल जज़ीरा और एक अन्य कतर आधारित मीडिया संगठन अल शारक का हवाला देते हुए कहा कि “सऊदी अधिकारियों ने कतरी नागरिकों को तीर्थयात्रा करने से रोक दिया था.”
डेली टाइम्स ने दोहा से दायर एक एएफपी रिपोर्ट भी प्रकाशित की, जिसमें दावा किया गया कि “खाड़ी पड़ोसियों के बीच तेजी सम्बन्ध खराब होने की वजह से “इस्लाम की सबसे पवित्र स्थलों” पर जाने वाले कतरी नागरिकों की संख्या में कमी आई है.
सऊदी दूतावास के शुक्रवार के बयान में बताया गया है कि “हज और उमराह मंत्रालय के बयान जारी करने के बाद से, सऊदी अरब ने कई कतरी तीर्थयात्रियों का किंग अब्दुल अज़ीज़ अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्वागत किया था.