एक भारतीय मूल के परिवार के साथ सिंगापुर में घोर अमानवीयता की गई. जिसका पिक सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. साथ ही सोशल मीडिया पर हंगामा भी शुरू हो गया है. आपको जानकरी हैरानी होगी कि सिंगापुर की एक एयरलाइन ने अपने स्पेशल चाइल्ड के साथ यात्रा करने जा जा रहे माता-पिता को उसकी बच्ची के साथ विमान से निकाल दिया.
विमान में मौजूद अधिकारियों ने यह कहा कि उनकी बच्ची शारीरिक रूप से असामान्य है.सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए भारतीय मूल दंपति को प्लेन से निकाले की खबर पर उस एयरलाइन की जमकर खिचाई हो रही है.
इस संबंध में पांच वर्षीय बच्ची की मां दिव्य जॉर्ज ने ऑनलाइन डाले गए अपने पोस्ट में बताया कि बजट एयरलाइन ‘ स्कूट ’ के कप्तान के कारण समस्या शुरू हुई जब उसने सिंगापुर से थाइलैंड के फुकेट की उड़ान में बच्ची को शिशुओं वाले सीट बेल्ट के साथ बैठने की मंजूरी देने से मना कर दिया. दिव्या की बेटी का वजन महज साढ़े आठ किलोग्राम है और उसके शरीर का आकार एक साल के एक बच्चे जितना है.
उन्होंने दावा किया कि बेल्ट के लिए किया गया उनका अनुरोध सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए खारिज कर दिया गया. कप्तान एक घंटे तक दंपति से बात करने से मना करता रहा और उनसे कहा कि वे या तो विमान से उतर जाएं या फिर अपनी बच्ची को उसकी ही सीट पर छोड़ दें. उन्होंने बताया कि बेल्ट के लिए किया गया उनका अनुरोध सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए खारिज कर दिया गया. कप्तान एक घंटे तक दंपति से बात करने से मना करता रहा और उनसे कहा कि वे या तो विमान से उतर जाएं या फिर अपनी बच्ची को उसकी ही सीट पर छोड़ दें. दिव्या के आज सोशल मीडिया पर अपना बुरा अनुभव साझा करने के बाद लोग उनके समर्थन में उतर आएं. उन्होंने फेसबुक पेज पर घटना का एक वीडियो भी डाला. सिंगापुर एयरलाइंस के स्वामित्व वाली स्कूट एयरलाइंस ने कहा कि उसने दंपति से विमान में की गयी व्यवस्थाओं को लेकर स्थिति साफ की थी.
स्कूट के अनुसार शिशुओं वाले सीट बेल्ट सुरक्षा नियमों के तहत दो साल तक के बच्चों को ही दिए जाते हैं, लेकिन यह बच्ची करीब पांच साल की थी इसलिए शिशुओं वाले सीट बेल्ट उसके लिए सहि नही होता है. जो कि सुरक्षा के लिहाज से एक लापरवाही हो साबित होती.