भारतीय दूतावास के पास एक बार फिर से आत्मघाती हमले की खबर ने लोगों के बीच दहशत फैला दी है. यह हमला इतना खतरनाक था कि इसमें 18 लोगों की जान चली गई. जबकि कई लोग इसके चपेट में आकर बुरी तरह से जख्मी हो गये. यह भयानक हादसा भारत के पड़ोस में स्थित अफगानिस्तान के नानगरहर प्रांत के जलालाबाद में हुआ है
आत्मघाती हमला रविवार को गवर्नर कार्यालय के बाहर हुआ था. जहां से महज कुछ ही कदम की दुरी पर भारतीय दूतावास भी मौजूद हैं. इस मामले में गवर्नर के प्रवक्ता अतातुल्लाह खोग्यानी ने यह जानकारी दी है कि हमलावर कार्यालय तक पैदल आया था. किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.
यह मालूम हो कि नानगरहर प्रांत में शनिवार को भी आत्मघाती हमला किया गया था. इसमें 36 लोगों के हताहत होने के बाद उनकी जान चली गई थी. इस बड़े आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी अफगानिस्तान इस्लामिक स्टेट (आईएसआईएस) ने ली थी. हमलावरों के निशाने पर ईद के मौके पर इकट्ठा हुए अफगानी सैनिक और तालिबान नेता थे.
बता दें कि रविवार को तालिबान ने संघर्षविराम के अंत का ऐलान कर किया था. इससे पहले अफगानिस्तान में शनिवार को तालिबान आतंकियों और अफगानिस्तान सैनिकों ने मिलकर ईद मनाई थी. संघर्षविराम को लेकर संगठन के प्रवक्ता जबिहुल्ला मुजाहिद ने यह बताया था, “संघर्षविराम आज रात से वापस लिया जाएगा. अब हम इसे आगे बढ़ाने के इच्छुक नहीं हैं.” जबकि अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी ने भी शनिवार को आतंकियों के साथ संघर्षविराम समझौते को बढ़ाने की बात कही थी.