एक तरफ जहां जदयू यह कह रही है कि बिहार में वो बीजेपी से बड़ी है तो वहीं बीजेपी भी अपने को बड़ा दिखाने का एक भी मौका नहीं छोड़ रही है. ऐसी ही एक बात आज भी सामने आई है जिसमें यह साफ दिख रहा है कि बीजेपी अपने सहयोगियों को कम सीट देना चाहती हैं. जिसको लेकर जदयू ने नाराजगी जाहिर की है. सीट शेयरिंग को लेकर दिए गये बीजेपी नेता के इस बयान पर सियासत भी गर्म होनी की संभावना जाहिर की जा रही है.
बता दें कि बिहार में एनडीए घटक दलों में सीट शेयरिंग को लेकर जारी बयानबाजी के बीच आज बीजेपी के प्रदेश महामंत्री राजेंद्र सिंह ने सासाराम में ऐलान करते हुए यह कहा कि बीजेपी बिहार में उन सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी जहां से पार्टी के वर्तमान में सांसद हैं. चुनाव जीतने के लिए कार्यकर्ता अभी से जुट गए हैं. उन्होंने कहा कि पार्टी बिहार की सभी 40 सीटों पर तैयारी कर रही है. बीजेपी गठबंधन पार्टियों से मिलकर सभी 40 सीटों पर चुनाव लड़कर लड़ेगी और जीत दर्ज करेगी.
बीजेपी के प्रदेश महामंत्री के इस बयान से जदयू खफा है. इस पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए जदयू प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि एेसे में तो भाजपा को सहयोगियों की जरूरत ही नहीं पड़ेगी.वो अकेले ही सभी सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है और जीत सकती है. उन्होंने यह भी कहा कि जो कोई एेसी बयानबाजी करता है तो उसे एेसी बयानबाजी से बचना चाहिए. बिहार में एनडीए के बड़े भाई नीतीश कुमार जी हैं और वही सबसे बड़ा चेहरा हैं. उनके अलावा बिहार में कोई है ही नहीं, इसीलिए सभी दल नीतीश कुमार जी का ही चेहरा चाहते हैं चुनाव के लिए.
मालूम हो कि अगले लोकसभा चुनाव में जदयू ने 27 सीटों की मांग की है तो वहीं लोजपा और RLSP ने भी अपने अनुसार सीटों की मांग की है. जिसकों लेकर NDA में खींचतान शुरू हैं. इसी बीच बीजेपी के तरफ से जो बयान आया है वो बिहार में NDA के अन्य घटक दलों के लिए बड़ा झटका साबित होता है. क्योंकि यह साफ हो गया है कि लोकसभा चुनाव में बिहार में बीजेपी के मुख्य सहयोगी दल जदयू, लोजपा और रालोसपा को उनके मन मुताबिक सीटें नहीं मिलेगी.