सऊदी अरब में काम करने गये एक युवक के भारत में रह परिजनों के उस वक्त होश उड़ गये जब उन्हें अचानक अपने जवान बेटे की मृत्यु की खबर मिली. सबसे बड़ी चिंता की बात तो यह है कि परिजन अपने मृत बेटे को अंतिम बार देखने को भी तरस रहे हैं. उसकी बॉडी के इंतजार में करीब एक महीने का वक्त गुजर गया है, अंत में थक हार कर उसके परिवार वालों ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज से गुहार लगाई है.
मृतक युवक का नाम है इसरार हैं जो भारत में यूपी के उन्नाव के छोटे से गांव लौआ सीजन खेड़ा का रहने वाला हैं. 28 वर्षीय इसरार 2 साल पहले अपने बूढे माता-पिता और पांच बहनों के अरमान को पूरा करने के लिए सऊदी अरब में नौकरी करने गया था. लेकिन 14 मई को इसरार के इस दुनिया से गुजर जाने की खबर भारत आई. परिजनों को बेटे की मौत पर विश्वास नहीं हुआ, लेकिन जब इसरार के दोस्त में सऊदी से मौत के कागजात भेजे तो परिजनों में कोहराम मच गया. पूरा परिवार जवान बेटे की मौत पर सादमे में आ गया.
इसरार के पिता शमीम अहमद ने इस संबंध में यह कहा कि इरफान आलम ने उन्हें पॉवर ऑफ अटार्नी की कागजी कार्रवाई पूरी कर लाश को भारत लाने की बात कही. लेकिन शमीम अहमद को इस मामले कुछ दाल में काला लगा. जिसके बाद उन्होंने भारत स्थित अरब दूतावास से संपर्क किया लेकिन वहां से उन्हें कोई संतोषजनक भरोसा नहीं मिला. उसके बाद उन्होंने विदेश मंत्रालय से गुहार लगाई. फिलहाल वो अपने बेटे की लाश का इंतजार ही कर रहे हैं. ऐसा करते हुए एक महीने का समय हो चूका है. फिर भी उम्मीद से भरी उनकी आँखे टकटकी लगाये बैठी है.