सउदी अरब सरकार द्वारा रियाल की कीमत बढ़ा दिए जाने पर अब हज यात्रा पर जाने वाले लोगों को यह यात्रा और अधिक महंगी पड़ेगी। सऊदी रियाल की कीमत 17.6010 से बढ़कर 17.9106 तय कर दी गई है। इस कारण हज पर होने वाले विभिन्न मदों के खर्च में सऊदी सरकार द्वारा राशि बढ़ा दिए जाने से अब सभी यात्रियों को सात से आठ हजार रुपए और जमा करना होंगे।
हज कमेटी आॅफ इंडिया ने कहा है कि बढ़ी हुई राशि 10 जुलाई तक अनिवार्य रूप से जमा करना होगी। इस राशि का भुगतान सभी यात्रियों को अपनी श्रेणी के मान से करना होगा। इस वर्ष हज यात्रा से भारत सरकार द्वारा सब्सिडी खत्म कर दिए जाने के कारण भोपाल से सीधे जेद्दा जाने वाले यात्रियों की ये पहली यात्रा ही 30 से 35 हजार रुपए महंगी हो गई थी। यह राशि मुंबई से रवाना होने वाले यात्रियों को भी जमा करना होगी, पर उनसे मंबई से जेद्दा तक की फ्लाइट की राशि जमा करना पड़ी थी। भोपाल से केवल दो फ्लाइट 276 यात्रियों को लेकर रवाना होंगी। शेष यात्री मुंबई से जाएंगे। हज यात्रा पर इस वर्ष पूरे प्रदेश से साढ़े चार हजार से अधिक लोग जाएंगे।
अलग-अलग कैटेगरी के मान से देना होंगे
– मप्र हज कमेटी के कार्यपालन अधिकारी दाउद अहमद खान ने बताया कि बढ़ी हुई राशि सभी को 10 जुलाई तक हज कमेटी आॅफ इंडिया के भारतीय स्टेट बैंक या यूनियन बैंक आॅफ इंडिया के खाते में जमा कराना होगाी। वह हज यात्री जिन्होंने कूपन से कुरबानी का विकल्प चुना है।
– उन्हें अब कुरबानी की कुल रक़म 8,508/- जमा करनी होगी। वह हज यात्री जिन्होंने जोहफा विकल्प चुना है तथा वह 1760/- जमा कर चुके हैं उन्हें अब बढ़ी हुई रक़म 31/- और जमा करना है। ऐसे हज यात्री जिन्होंने पहले कभी भी हज किया है उन्हें सऊदी रियाल 2000 के मान से 35,821 रुपए जमा करना होगा।
खादिमुल हुज्जाज की पहचान के लिए विशेष जैकैट और केप
– हज यात्रियों की देखरेख के लिए इस बार 23 खादिमुल हुज्जाज का चयन किया गया है। इनमें एक महिला हुज्जाज भी शामिल है। सभी को मुंबई हज कमेटी ऑफ इंडिया द्वारा यात्रियों की देखरेख, सुरक्षा और तौर-तरीके सिखाने के लिए ट्रेनिंग दी जा चुकी है। प्रदेश हज कमेटी के सीओ खान ने बताया कि सऊदी अरब में हज यात्रियों की भीड़ में खादिमुल हुज्जाज को खोजना कठिन होता है। इसलिए कमेटी ने पीले रंग की जैकेट व कैप तैयार कराए गए हैं, जिसे वे हमेशा पहने रहेंगे। जैकेट पर आगे और पीछे दोनों तरफ प्रतीकात्मक रूप से तिरंगा बना है और दोनों तरफ एमपी लिखा गया है।
हज यात्रियों को दी जा रही ट्रेनिंग
– ट्रेनर्स को विशेष ट्रेनिंग गाइड और अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई गई. हज यात्रियों को 26 जून से 25 जुलाई के बीच ट्रेनिंग दी जाएगी। इस साल सऊदी अरब में प्रदेश के हज यात्रियों की सहायता के लिए 23 खादिमुल हुज्जाजों (विशेष जानकार) को भेजा जा रहा है. हर 200 हज यात्रियों के बीच में एक खादिमुल हुज्जाज की व्यवस्था की गई है।
इन छह तारीखों में होगा हज का मुकद्दस सफर
– मध्य प्रदेश राज्य हज कमेटी के सचिव एवं कार्यपालन अधिकारी दाऊद अहमद खान ने बताया है कि मुंबई इम्बार्केशन पॉइंट से 29 से 31 जुलाई और 1 से 12 अगस्त तक और भोपाल इम्बार्केशन पॉइंट से 6 और 7 अगस्त को विभिन्न फ्लाइटों से हज यात्रियों को हज यात्रा पर भेजा जाना प्रस्तावित है। इस मौके पर अन्य अधिकारी एवं विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित होंगे।
यात्रियों को जमा करनी होगी ये अतिरिक्त राशि
– ग्रीन केटेगरी के यात्री जिन्हें रूबात की सुविधा नहीं मिल है Rs.7,750
– अजीजिया केटेगरी के यात्री जिन्हें रूबात की सुविधा नहीं मिली है Rs.7,150
– ग्रीन केटेगरी के यात्री जिन्हें मदीना रूबात की सुविधा मिली है Rs.8,350
– अजीजिया केटेगरी के यात्री जिन्हें मदीना रूबात की सुविधा मिली है Rs.7,750
– केवल मक्का रूबात की सुविधा मिली है उन्हें देना होंगे Rs.6,350
– मक्का एवं मदीना में रूबातों की सुविधा मिली है Rs.6,950
इनपुट: DBC