सऊदी अरब में अब किसी भी कंपनियों की खैर नहीं होगी क्योंकि सऊदी अरब में आज रात से एक नया और बड़ा कानून लागू हो जाएगा. सऊदी हुकूमत ने काफी कड़ाई से बनाए हुए इस कानून को आज रात से ही पूरे सऊदी अरब में लागू कर एक नया इतिहास रचेगा, जिसकी कल्पना सऊदी में रह रहे तमाम प्रवासी कई वर्षों से करते आ रहे थे.
सबसे पहले आपको जानकारी दे दें कि सऊदी में 3 मिलियन सऊदी के निवासी और 10 मिलियन बाहर के निवासी रहते हैं अर्थात सऊदी अरब में बाहर के प्रवासियों की संख्या काफी है, और उनके हक के लिए अब तक कोई बहुत मजबूत तंत्र या तंत्र में भरोसा करने वाला कानून नहीं बनाया गया था.
लेकिन आज रात से सऊदी अरब में श्रम कोर्ट सशक्त रूप से प्रभावी हो जाएगा और जो कानून मुख्य रूप से हादसे रात से लागू होंगे वहां कुछ इस प्रकार हैं जिसके वजह से सऊदी हुकूमत के अंदर में काम करने वाले कंपनियों के पसीने छूट जाएंगे.
कोई भी कंपनी किसी भी प्रवासी से जोर-जबर्दस्ती या उसके ऊपर अत्यधिक काम का दबाव या किसी भी प्रकार की जाती किसी भी कीमत पर नहीं कर सकेगा और अगर वह ऐसा करते हुए पाया जाता है तो प्रवासी अगर लेबर कोर्ट में जाता है तो मामले का निपटारा 24 से 48 घंटे के अंदर में होना तय होगा जिसके ऊपर कंपनी मोटा फ़ाइन से लेकर प्रभावी लोगों को वर्षों के कारागार तक की सजा होगी.
आज रात से श्रम कोर्ट सऊदी हुकूमत के सारे विभागों से जुड़ जाएगा, ताकि यह निश्चित किया जा सके कि सऊदी अरब में सऊदी हुकूमत के अंदर आने वाले किसी भी प्रवासियों, श्रमिकों के मामले का निपटारा 24 से 48 घंटों के अंदर किया जा सके.
अगर किसी भी प्रकार से कोई कंपनी किसी भी तरीके से दबाव बनाकर श्रमिक के ऊपर उसका पासपोर्ट जप्त करने या उसके जरूरी कागजात जप्त करने जैसी समस्याएं बनाता है या उसके वेतनमान से छेड़छाड़ करता है इसके उपरांत कंपनियों के ऊपर काफी बड़ी आर्थिक दंड लगाई जा सकती है.
सऊदी हुकूमत ने कोर्ट सरकारी मुख्यालय सब कुछ इसलिए जोड़ा ताकि सऊदी में रह रहे प्रवासियों और श्रमिकों जिस के बदौलत नए सऊदी की आधारशिला रखी जा रही है स्वच्छंद रूप से चलती रहे और सऊदी का नाम भी बरकरार रहे जो कि पिछले कुछ दिनों से लगातार टूट रहे श्रमिक कानूनों के वजह से विश्व पटल पर बदनाम हुई है.