मलेशिया की नई सरकार ने देश में आतंकवाद के ख़िलाफ़ सऊदी समर्थित केन्द्र को बंद करने का आदेश दिया है। यह केन्द्र लगभग 13 महीना पहले कुआलालंपूर में क़ायम हुआ था।


अलजज़ीरा टीवी चैनल के अनुसार, मलेशिया के रक्षा मंत्री मोहम्मद साबू ने सांसदों से कहा कि किंग सलमान सेंटर फ़ॉर पीस (केएससीआईपी) तुरंत बंद कर रहे हैं और उसकी जगह पर देश की रक्षा व सुरक्षा संस्था काम करेगी। मलेशिया के रक्षा मंत्री ने इस केन्द्र को बंद करने की वजह नहीं बतायी।
 
सऊदी शासक मोहम्मद बिन सलमान ने पिछले साल मलेशिया के दौरे पर इस केन्द्र का उद्घाटन किया था जिसका अस्थायी दफ़्तर कुआलालंपूर में है और उसके स्थायी दफ़्तर की इमारत मलेशिया की प्रशासनिक राजधानी पुत्राजया में बन रही थी।

मलेशिया के पूर्व रक्षा मंत्री हिशामुद्दीन हुसैन ने इससे पहले कहा था कि इस सेंटर का तकफ़ीरी आतंकवादी गुट दाइश सहित सशस्त्र गुटों की ओर से हिंसक अतिवाद के फैलने से रोकने में बहुत अहम रोल था।
 
यह बात व्यापक स्तर पर मानी जाती है कि सऊदी शासन हालिया वर्षों में दाइश जैसे हिंसक व चमरपंथी गुट का मुख्य रूप से समर्थन करता रहा है।
 
मलेशिया के रक्षा मंत्री मोहम्मद साबू ने देश की संसद को यह भी बताया कि उन्होंने सऊदी अरब से मलेशियाई सैनिकों को वापस बुलाने की योजना बनायी है।
 
जून में मलेशिया के रक्षा मंत्री ने एलान किया था कि सऊदी अरब में मलेशिया की सेना की मौजूदगी की समीक्षा करेंगे क्योंकि यह मौजूदगी पश्चिम एशिया के संकटों के जाल में मलेशिया को अप्रत्यक्ष रूप से फॅंसाती है।

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