सऊदी में दूसरे देशों से काम करने आये प्रवासियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि उन्हें नौकरी से निकाला जा रहा है. यह कदम
सऊदी के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के विज़न 2030 के वजह से उठाया जा रहा है. अल-हयात अखबार ने सोमवार को श्रम और सामाजिक विकास मंत्रालय के प्रवक्ता खलील अबा अल-खेल का हवाला देते हुए बताया कि, सऊदी के विभिन्न हिस्सों में कार किराए पर लेने वाले कार्यालयों में 648 उल्लंघनों का पता चला है.
आपको बता दें कि, सऊदी सरकार ने इस साल मार्च में कार किराए पर लेकर चलाने वाले विभाग से सभी प्रवासियों को नौकरी से निकालने के आदेश जारी किये थे और इसकी जगह सऊदीयों को नौकरी देने का फैसला किया गया था. उन्होंने कहा कि 477 उल्लंघन नौकरियों के राष्ट्रीयकरण के प्रति प्रतिबद्धता के लिए थे.
प्रवक्ता ने कहा कि मंत्रालय ने जुलाई के अंत तक विभिन्न क्षेत्रों में कार किराए पर लेने के कार्यालयों के 18,000 से अधिक निरीक्षण पर्यटन किए हैं. जिसमें उन्होंने पाया कि कार रेंटल विभाग में अभी भी प्रवासी काम कर रहे है. इस विभाग का पूरी तरह सऊदीकरण नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा कि 16,570 कार किराए पर लेने वाले कार्यालय नौकरियों को सौंपने के लिए प्रतिबद्ध थे जबकि 551 कार रेंटल ऑफिस में अभी प्रवासियों को काम दिया जा रहा है. जो की सऊदी सरकार ने नियमों का उल्लंघन है.
प्रवक्ता ने सभी नागरिकों और प्रवासी से किसी भी उल्लंघन कार्यालय की रिपोर्ट करने के लिए कहा ताकि उसके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जा सके. और सरकार इनके वीज़ा रद्द करने के लिए कठोर क़दम उठाए हैं. इस मामले में और भी अपडेटेड जानकारी के लिए बने रहें.