सऊदी अरब ने गुरुवार को अपने नागरिकों को जल्द से जल्द लेबनान छोड़ने का आग्रह किया है। लेबनान में रह रहे और वहां घूमने गए नागरिकों को यह निर्देश दिए गए हैं। समाचार एजेंसी एसपीए के मुताबिक, सरकार ने सऊदी नागरिकों से लेबनान की यात्रा नहीं करने की भी सलाह दी है।
लेबनान के मौजूदा राजनीतिक संकट में सऊदी अरब की भूमिका के आरोपों के बीच यह निर्देश दिए गए हैं। सऊदी अरब और लेबनान के बीच बीते शनिवार से तनाव उस समय बढ़ा, जब लेबनान के प्रधानमंत्री साद हरीरी ने सऊदी अरब के दौरे के दौरान पद से इस्तीफे का ऐलान किया।
हरीरी ने गुरुवार को फ्रांस के राजदूत फ्रांस्वा गुवेट और यूरोपीय संघ के प्रतिनिधिमंडल के प्रमुख माइकल कर्वोन डीउसरो से मुलाकात की। हालांकि, हरीरी ने इस बात से इनकार किया कि उन्हें रियाद में नजरबंद रखा गया है। हरीरी ने जान को खतरा बताते हुए पद से इस्तीफे का ऐलान किया।
सऊदी अरब ने लेबनान में ईरानी दूतावास को निशाना बना कर किए गए दो विस्फोट की खबर के बीच अपने नागरिकों से स्वदेश लौटने का आग्रह किया है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, लेबनान में मौजूद सऊदी अरब के राजदूत अली अवद असीरी ने कहा कि हालिया सुरक्षा स्थिति और मीडिया की खबरों पर विचार करने के बाद दूतावास ने अपने नागरिकों को स्वदेश लौटने व सावधानी बरतने की सलाह दी है।
अली का कहना है कि दूतावास ने लेबनान में मौजूद सऊदी अरब के लोगों को स्वदेश लौटने के संदेश भेजे हैं। गौरतलब है कि बेरुत के दक्षिणी उपनगरीय इलाके में स्थित ईरानी दूतावास के नजदीक हुए दो आत्मघाती हमले में 25 लोगों की मौत हो गई थी और 150 से अधिक लोग घायल हुए थे।
इसी हमले के दो दिन बाद यह अलर्ट जारी किया गया है। अलकायद समर्थित संगठन अब्दुल्ला अज्जाम ब्रिगेड्स ने इस हमले की जिम्मेदारी ली थी, जिसका मकसद सीरिया से हिजबुल्ला के सदस्यों को वापस बुलाने का दबाव डालना था।