यूपी के फैजाबाद में वाहन चेकिंग के दौरान पुलिस ने एक फर्जी महिला दारोगा को अरेस्ट किया है।बताया जाता है कि युवती दारोगा की वर्दी में बिना हेलमेट पहने स्कूटी से जा रही थी। चेकिंग के दौरान जब पुलिस ने पूछताछ की तो उसके जवाब फर्जी निकले। वहीं, जांच के दौरान उसके कमरे से दारोगा की फर्जी वर्दी, आईकार्ड, नेम प्लेट आदि बरामद किए गए हैं।
दरअसल, दो दिन पहले यूपी के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ने सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया था कि दोपहिया वाहन सवार आम लोगों के साथ-साथ पुलिसकर्मियों के भी हेलमेट चेक किए जाएं। इस आदेश के बाद फैजाबाद पुलिस ने चेकिंग के दौरान दारोगा की वर्दी में बिना हेलमेट स्कूटी सवार इस युवती को रोका। बातचीत के दौरान पुलिस टीम को कुछ शक हुआ।
पूछताछ में युवती ने अपने आप को लखनऊ के गोमतीनगर में पोस्टेड बताया। जांच में पता चला कि न तो फैजाबाद और न ही लखनऊ में कोई संध्या तिवारी नाम की महिला पोस्टेड है। उसका बैच नंबर भी फर्जी निकला। इसके बाद उसे अरेस्ट कर लिया गया।
कड़ाई से पूछताछ में बताया, उसका नाम संध्या तिवारी है और मूलरूप से गोंडा जिले की रहने वाली है। फैजाबाद में दारोगा बनकर किराये के मकान में रहती है। जब उसके कमरे की जांच की गई तो मौके से दारोगा की 2 वर्दी, संध्या तिवारी और रुक्मणी तिवारी नाम की 2 नेम प्लेट, 2 फर्जी आईकार्ड और पुलिस से जुड़े दस्तावेज और थाने में प्रयोग की जाने वाली जनरल डायरी बरामद हुई।
युवती के अनुसार, उसे दारोगा बनने का शौक था, इसीलिए उसने वर्दी सिलवाई और शौक के तौर पर उसको पहना करती थी। हालांकि, पुलिस अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि कहीं यह महिला दारोगा बनकर लोगों को ठगा तो नहीं करती थी।पुलिस सूत्रों की मानें तो फेसबुक पर भी उसने दारोगा की वर्दी वाले अपनी कई फोटो डाल रखा थी और किसी अंडर ट्रेनी दारोगा को प्रेम जाल में फंसा रही थी।
एएसपी फैजाबाद विक्रांत वीर ने बताया, पैदल गश्त के दौरान जब पुलिसकर्मी चेकिंग कर रहे थे तो एक स्कूटी पर बिना हेलमेट पहले वर्दी में वह आ रही थी। जब पुलिस ने पूछताछ की तो वह सवालों का ठीक से जवाब नहीं दे पाई। इस दौरान पता चला कि युवती का नाम संध्या तिवारी है और फर्जी तरीके से वर्दी पहनकर चलती है। उसके पास से सिली सिलाई वर्दी, फेक आईकार्ड और एक स्टाम्प बरामद हुआ है। आरोपी युवती के खिलाफ केस दर्ज कर चालान कर दिया गया है। जानकारी के अनुसार, उसने ठगी और लोगों को झांसे में रखने के लिए वर्दी पहनकर घूमती थी, लेकिन सही कारणों का पता किया जा रहा है।