जेद्दाह- मक्का डेली ने बताया कि, श्रम और सामाजिक विकास और वाणिज्य और निवेश मंत्रालयों द्वारा जारी आंकड़े विवादित और विरोधाभासी हैं, ख़ास तौर से 12 नौकरी श्रेणियों में खुदरा और थोक दुकानों में सऊदीकरण से सऊदी को फायदा होने के बजाए नुक्सान हो रहा है क्योंकि बड़ी मात्र में प्रवासियों को नौकरी से निकाला गया है जिसकी वजह से यह विभाग पुरे तरह बिखर चुके है
सऊदी गेजेट के मुताबिक, श्रम और सामाजिक विकास मंत्रालय के प्रवक्ता खलील अबा अल-खेल ने कहा कि 12 क्षेत्रों में सऊदी पुरुषों और महिलाओं के लिए लगभग 60,000 नौकरियां सौंपी जाएंगी, जबकि वाणिज्य और निवेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि वहां होगा लगभग 490,000 नौकरियां प्रवासियों के पास है जो अब सऊदी को दी जाएंगी.
वाणिज्य और निवेश मंत्रालय में एसएमई को बढ़ावा देने के लिए विभाग के प्रमुख महमूद माजी ने कहा कि बिक्री के बिंदुओं में करीब आधे मिलियन नौकरियों को सौंपी जाएंगी ताकि सऊदीयों का बेरोज़गारी दर कम किया जा सके.
12 क्षेत्रों में से चार में से सऊदीकरण शुरू हो चुका है और महीने के अंत तक पूरा हो जाएगा. यानी इस महीने के आखिर तक कई हज़ार प्रवासी सऊदी छोड़कर चलें जाएँगे.
खाड़ी ख़बर को मिली जानकारी के मुताबिक, जेद्दाह चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के मानव संसाधनों के लिए समिति के सदस्य हिशाम लांजावी ने कहा कि चार विभागों के सऊदीकरण से स्थानीय कैडरों के लिए लगभग 150,000 नौकरियां पैदा होंगी.
अन्य लोगों के बीच राष्ट्रीयकृत होने वाली गतिविधियों में पुरुषों और बच्चों, कार और मोटरबाइक शोरूम, घरों और कार्यालय फर्नीचर, घरेलू उपकरणों और बर्तन, घड़ियां, चश्मे, बिजली और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों, चिकित्सा उपकरणों के लिए तैयार दुकानों की दुकानों की बिक्री शामिल है, साथ मिठाई, कार स्पेयर पार्ट्स, निर्माण सामग्री और कालीन की दुकानें भी शामिल है जिन्हें प्रवासी सम्भालते आये है.