The manpower authority (जनशक्ति प्राधिकरण कुवैत) में प्रवेश करने के लिए एवं कुवैत में निजी क्षेत्र में काम करने के लिए जो वर्क परमिट प्रवासियों के लिए जारी की जाती है. उसपर सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है. उसे बैन करने की योजना बना रहा है, जब तक कि उनके पास न्यूनतम ‘अच्छा’ जीपीए न हो।
स्थानीय अरबी दैनिक अल-राय अख़बार ने बताया कि जनशक्ति के लिए लोक प्राधिकरण (पीएएम) कुवैत के निजी क्षेत्र में विश्वविद्यालय के स्नातकों के लिए वर्क परमिट जारी नहीं करेगा, जब तक कि उनमें कम से कम ‘अच्छे’ अकादमिक ग्रेड न हों।
इसका मतलब ये है आसान शब्दों में कि आपको अब यहाँ काम करने के लिए आपके पास एक अच्छी डिग्री के साथ आपके अच्छे ग्रेड होने चाहिए, तभी आपको कुवैत सरकार कुवैत में काम करने के लिए आपको वर्क परमिट देगी.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार वर्तमान में कुवैत के जनसांख्यिकीय असंतुलन को हल करने और स्थानीय श्रम बाजार का पुनर्गठन करने के लिए कई कदम उठा रही है, जिसमें अपने निवास वीजा को नवीनीकृत करने के लिए पूर्व शर्त के रूप में एक्सपैट्स(प्रवासी) डिग्री को समर्थन और मान्यता देने की योजना शामिल है।
सूत्रों ने कहा कि यह कदम जनसांख्यिकीय समस्याओं को समायोजित करने में मदद करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि कुवैत में केवल उच्च विशिष्ट और कुशल लोग ही काम करेंगे।
रिपोर्ट में कहा गया है कि आने वाले महीनों में वीजा तस्करी से लड़ने और कुवैत आने से अयोग्य श्रमिकों को रोकने के लिए आने वाले महीनों में एक संगठनात्मक निर्णय जारी किए जाएंगे।
ऐसे में कुवैत सरकार का ये निर्णय कुवैत में कुशल लोगो की संख्या बढाने में मदद कर सकती है लेकिन हमारे बीच कुछ ऐसे भी लो रहते है जिनके पास डिग्री तो नहीं होती है. लेकिनं उनका स्किल किसी पढ़े लिखे इंजिनियर से काफी ज्यादा बेहतर होती है. अतः सरकार से हमारी अनुरोध ही कि ऐसे कुशल लोगों के लिए भी सरकार कुछ जरुर करेगी.