अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर एक बार फिर हलचल तेज हो गयी है. शिवसेना के करीब 1500 कार्यकर्ता अयोध्या पहुंचे हैं जबकि पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे दो बजे अयोध्या पहुंचेंगे. शिवसेना ने आज यहां धर्म सभा बुलायी है. पार्टी ने ‘पहले मंदिर, फिर सरकार’ का नारा दिया है.
उद्धव ठाकरे के सह-परिवार करीब दो बजे फैजाबाद एयरपोर्ट पहुंचने की खबर है , जिसके बाद वे साधु-संतों से मुलाकात करेंगे. यदि आपको याद हो तो उन्होंने पिछले दिनों अयोध्या में मंदिर निर्माण के लिए शिवाजी स्मारक से मिट्टी उठाया था.
इधर, शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने शुक्रवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार से पूछा कि वह राम मंदिर बनाने के लिए अध्यादेश में लाने में देरी क्यों कर रही है? रावत ने कहा कि हमने बाबरी मस्जिद 17 मिनट में गिरा दी गयी थी, जो जरूरी था वह राम भक्तों ने आधे घंटे में कर दिया था. सवाल है कि दस्तावेज तैयार करने, अध्यादेश लाने में कितना वक्त लगता है? राष्ट्रपति भवन से लेकर उत्तर प्रदेश तक भाजपा की सरकार है. राज्यसभा में ऐसे बहुत से सांसद हैं, जो राम मंदिर के साथ खड़े रहेंगे.
पुलिस के मुताबिक सुरक्षा के लिहाज से अयोध्या को आठ जोन और 16 सेक्टर में बांटा गया है। खुफिया विभाग के अफसर अयोध्या आए हैं। अयोध्या में 17 जनवरी 2019 तक धारा 144 बढ़ा दी गई है। लोगों ने हालात बिगड़ने की आशंका से राशन जमा करना शुरू कर दिया है। धारा 144 के बावजूद विश्व हिंदू परिषद ने गुरुवार को रोड शो किया। यह रोड शो मुस्लिम बहुल इलाकों से गुजरा। व्यापारियों ने रोड शो का बहिष्कार किया।
मुरली मनोहर जोशी और साध्वी प्राची की मांग
वरिष्ठ भाजपा नेता मुरली मनोहर जोशी और साध्वी प्राची ने भी मंदिर निर्माण के लिए अध्यादेश लाने की मांग की है. खबर यह भी है कि मंदिर निर्माण को लेकर जुटने वाले समर्थकों के भोजन आदि के लिए महीनों से अनाज का बड़े पैमाने पर संग्रह किया जा रहा है. आरएसएस और विहिप के कार्यकर्ता धर्म सभा में हिस्सा लेने के लिए विशेष बसों से बुलाये गये हैं. उनके रहने की व्यवस्था में स्थानीय लोगों को लगाया गया है.