पटना जंक्शन में जीपीओ गोलंबर से चिरैयाटांड़ पुल तक फ्लाइओवर का काम बीते वर्ष जून में पूरा होना था. तब से लगातार प्रोजेक्ट पूरा होने की तारीख बढ़ रही है. वर्ष 2016 के जून से अगस्त फिर दिसंबर, इसके बाद वर्ष 2017 का जनवरी, इसके बाद मार्च और फिर इस वर्ष 15 अगस्त तक फ्लाइओवर का काम पूरा करना तय माना जा रहा था.
फिलहाल अभी भी बिहार राज्य पुल निर्माण निगम की ओर से इस फ्लाईओवर को चालू करने को लेकर कोई अाधिकारिक समय तय नहीं किया गया है. पुल का काम बीते छह माह से 90 फीसदी पूरा बताया जा रहा है. बावजूद इसके मुहाने पर आया काम खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. फिलहाल पुल निर्माण के अभियंता इस फ्लाईओवर को दीपावली तक चालू करने की बात कह रहे हैं.
डिजाइन में आया बदलाव, अभी ढलाई बाकी : इस फ्लाइओवर के बीच में पटना जंक्शन गोलंबर के पास मेट्रो का लाइन बिछाया जाना है. इसको लेकर बीच में लोहे के स्ट्रक्चर वाला पुल यानी केबल स्टे ब्रिज बनाया जाना है.
फिलहाल दोनों तरफ के फ्लाईओवर का काम पूरा हो चुका है, लेकिन बीच वाला स्ट्रक्चर अभी अधूरा है. पुल निर्माण के अभियंता बताते हैं कि लोहे वाले पार्ट का स्ट्रक्चर खड़ा कर लिया गया है, लेकिन अभी इसके ऊपर ढलाई का काम करना बाकी है. इसको पूरा करने में लगभग एक माह का समय लगेगा.
क्यों हो रही है देरी : फ्लाईओवर निर्माण में देरी की प्रारंभिक वजह मेट्रो को लेकर डिजाइन में देरी बनी थी. लोहेवाले केबल स्टे बाहर से आने में भी देरी लगी. वहीं, भीड़ वाली जगह होने के कारण दिन में काम नहीं किया जा सकता. प्रोजेक्ट अभियंता बताते हैं कि लोगों की सुरक्षा को लेकर रात 11 से सुबह पांच बजे तक ही काम किया जाता है. इस कारण प्रोजेक्ट में देरी हुई है.
ये होंगे फायदे
पुल चालू होने के बाद जीपीओ से पटना जंक्शन गोलंबर होते हुए लोग जीपीओ से सीधे राजेंद्र नगर की ओर जा सकेंगे. चिरैयाटांड़ पुल के नीचे से ट्रेनों के परिचालन के लिए जिस तरह से पुल को केबल पर फिक्स किया गया है, उसी तर्ज पर पटना जंक्शन के अगले हिस्से को बनाया जायेगा. जंक्शन पर लगनेवाले जाम की समस्या कम होगी. लोगों को आने-जाने में सुविधा होगी. वहीं, पुल के नीचे जंक्शन के पास नया वाहन पार्किंग क्षेत्र विकसित किया जायेगा.
अतिव्यस्त क्षेत्र होने के कारण फ्लाईओवर के काम में समय कम मिलता है. बीते वर्ष डिजाइन व केबल स्टे को लेकर मामले में देरी हुई थी. अब हम लोग दीपावली तक काम को पूरा कर लेंगे.
सुनील कुमार, प्रोजेक्ट अभियंता
एक नजर में
पुल की लागत : 100 करोड़
लंबाई : 900 मीटर
कब पूरा होना था काम : जून, 2016
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