पटना के गर्दनीबाग इलाके में गुरुवार को कंप्यूटर शिक्षकों पर पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी। कंप्यूटर शिक्षक अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे थे। खबर है कि लाठीचार्ज के दौरान कई कंप्यूटर शिक्षकों को चोट भी आई है और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
बता दें बिहार के 1832 शिक्षक लगातार 674 दिनों से नौकरी की मांग को लेकर धरना पर हैं। डेढ़ साल बाद भी कम्यूटर शिक्षकों की पुनर्बहाली नहीं हुई है. सीएम के अश्वासन के बाद भी उनकी मांगें अधूरी हैं इस कारण से शिक्षकों ने विधानसभा के सत्र के दौरान जेलभरो आंदोलन की चेतावनी दी है। शिक्षकों पर हुई लाठीचार्ज की घटना के बाद से इलाके में काफी देर तक अफरातफरी का माहौल रहा।
राज्य सरकार ने अब अपने कर्मियों की शिकायतों के निवारण के लिए भी समय सीमा तय कर दी है। उनकी शिकायतों का निपटारा अधिकतम 60 दिनों में होगा। इसको लेकर एक अणे मार्ग में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को ‘बिहार सरकारी सेवक शिकायत निवारण नियमावली’ के क्रियान्वयन का शुभारंभ किया इससे लगभग साढ़े सात लाख कार्यरत व रिटायर कर्मियों को लाभ मिलेगा। इसके तहत सभी कार्यरत और रिटायर कर्मियों को उनकी नियुक्ति से रिटायरमेंट और उनके सेवांत लाभ से जुड़ी शिकायतों का निवारण होगा। सीएम ने साथ ही सेवा ‘समाधान’ वेब पोर्टल को लांच किया और एक मार्गदर्शिका का भी विमोचन किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक बेहतर प्रणाली है। इससे नियमित सरकारी सेवकों की सेवा संबंधी शिकायतों का निष्पादन हो सकेगा। सेवानिवृत्त कर्मियों की सेवांत लाभ से जुड़ीं शिकायतों का भी समाधान हो सकेगा और उनकी परेशानी खत्म होगी। मुख्यमंत्री के समक्ष बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी की अपर मिशन निदेशक प्रतिमा एस वर्मा ने इस नियमावली के संबंध में एक प्रस्तुतीकरण भी दिया।