केंद्र की मोदी सरकार अब चिप आधारित पासपोर्ट जारी करने की तैयारी में है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसको लेकर सभी काम पूरा हो चुका है. इसका सॉफ्टवेयर आईआईटी कानपुर और नेशनल इंफॉर्मेटिक्स सेंटर (एनआईसी) ने मिलकर तैयार किया है. नए पासपोर्ट में अब पेपर की क्वालिटी और पर प्रिंटिंग बेस्ट होगी.
पासपोर्टधारक की पर्सनल जानकारियां डिजिटली साइन होंगी और चिप में सेव रहेंगी. माना जा रहा है कि ई-पासपोर्ट के साथ किसी भी प्रकार का छेड़छाड़ करने पर यह पकड़ में आ जाएगा.साथ ही, नया पासपोर्ट सुरक्षा के मामले में एडवांस फीचर्स से लैस होगा. आपको बता दें कि इसे ई-पासपोर्ट कहा जा रहा है. इसको लेकर इलेट्रॉनिक कांटैक्टलेस इनलेज जुटाने के लिए इंडिया सिक्योरिटी प्रेस को मंजूरी मिल चुकी है.
केंद्र की मोदी सरकार ने ई-पासपोर्ट के लिए प्रोसेस 2017 में शुरू किया था. योजना के मुताबिक इस प्रकार के पासपोर्ट सबसे पहले डिप्लोमेट्स और ऑफिसियल्स को मिलेंगे. इसके बाद आम लोगों को इसे जारी किया जाएगा. हालांकि अभी तक निश्चित समय नहीं निर्धारित किया गया है कि कब तक चिप-आधारित पासपोर्ट जारी होंगे.
अब एयपोर्ट पर नहीं लगानी होगी लाइन- अंग्रेजी अखबार फाइनेंशियल एक्सप्रेस में छपी खबर के मुताबिक, ई-पासपोर्ट के जरिए अब आप एयरपोर्ट पर कुछ ही सेकंड में आपकी पहचान प्रमाणित कर देंगे.
आपके पासपोर्ट में आएगी चिप-ई-पासपोर्ट के प्रोटोटाइप का परीक्षण अमेरिकी सरकार द्वारा मान्यताप्राप्त लेबोरेटरी में किया गया है. नए पासपोर्ट के सामने और पीछे के कवर मोटे हो सकते हैं. इसके बैक कवर में छोटा सी सिलिकॉन चिप हो सकती है.यह चिप पोस्टेज स्टांप से भी छोटा होगा और इसमें एक आयताकार एंटीना लगा होगा.
भारतीय पासपोर्ट का रंग नीला होता है.
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए किसी भी कॉमर्शियल एजेंसी को इसमें इंवॉल्व नहीं किया गया है.चिप में 64 किलोबाइट्स की मेमोरी स्पेस होगी.चिप में पासपोर्टधारक का फोटोग्राफ और फिंगरप्रिंट्स स्टोर होगा. चिप में 30 विजिट्स और अंतरराष्ट्रीय यात्राओं की जानकारी स्टोर करने की क्षमता होगी.