अगर आप हज पर जाने की तैयारी कर रहे हैं तो इस बार बदले हुए नियमों के बारे में भी जान लें। हज कमेटी ऑफ इण्डिया ने यात्रियों को सख्त निर्देश दिया है कि अगर कोई मानक से अधिक सामान लेकर हज पर जाता है तो उसे विमान पर चढ़ने नहीं दिया जाएगा। उसकी जमा धनराशि भी वापस नहीं होगी। इसलिए निर्धारित वजन से ज्यादा सामान कत्तई न ले जाएं।
सेंट्रल हज कमेटी के सदस्य एवं वाराणसी इम्बार्केशन के को-ऑडिनेटर डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि हज के दौरान सामान ज्यादा लेकर जाने से जहाज में एवं वहां ट्रांसपोटरों को काफी दिक्कत होती है। इसकी वजह से हज कमेटी ऑफ इंडिया ने सभी प्रदेशों के हज कमेटियों को निर्देश दिया है कि हर हजयात्री 22-22 किलो तक के वजन वाले दो सूटकेस ही हज पर लेकर जाएं।
इसके अलावा 10 किलो तक का एक हैण्ड बैग ले जा सकते हैं। इससे अधिक वजन लेकर कोई जायरीन जाता है तो उनकी यात्रा को निरस्त करने का निर्देश दिया गया है। सूटकेस की लम्बाई 75, चौड़ाई 55 और ऊंचाई 28 सेमी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। ऐसे ही बैग की साइज 55 सेमी × 40 सेमी × 23 सेमी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। बैग पर कवर नंबर, नाम, पता, उड़ान की तिथि, उड़ान स्थल को मार्कर पेन से लिख कर स्टीकर लगा दें। इससे उनके सामान खो का डर नहीं रहता है।
सऊदी अरब के हज एवं उमरा मंत्रालय ने भारत के विदेश मंत्रालय को पत्र के जरिए निर्देशित किया है कि स्टैण्डर्ड बैगेज की साइज निर्धारित की गई है, उससे बड़ी साइज के बैग कोई नहीं ले जा सकता है। साथ सऊदी के ट्रांसपोर्ट कंपनियों से भी कहा गया है कि वह ऐसे किसी भी बैगेज को बस में न ले जाएं जो निर्धारित मानक से अधिक हो। डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने हज ट्रेनरों एवं खिदमतगारों से अपील की है कि वे हजयात्रा पर जाने वालों की मदद करें जिससे उन्हें हज के दौरान दुश्वारियों का सामना न करना पड़े। डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया कि 5 लीटर सील बंद डब्बा में जमजम ला सकते हैं। इससे अधिक नहीं ला सकते हैं। सऊदी सरकार ने रोक लगा दी है।