जेट एयरवेज के पूर्व सीनियर पायलटों की इंडिगो में भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई। इन पायलटों को इंडिगो की ए 320 फ्लाइट उड़ाने के लिए भर्ती किया जाना था। परीक्षा के दौरान डीजीसीए के पर्यवेक्षक के कैमरे में छह पायलट नकल करते हुए पकड़े गए।
बोइंग 737 पायलटों को बुधवार छह महीने के लिए डिबार कर दिया गया है। अब छह महीने के बाद उन्हें फिर से परीक्षा के लिए आवेदन करना होगा।
पायलटों की यह परीक्षा 22 जुलाई को इंडिगो द्वारा आयोजित की गई थी। बोइंग 737 विमानों में जेट एयरवेज के छह पायलट थे। बहु-विकल्प वाले सवालों के जवाब के लिए उन्होंने एक-दूसरे से खुलकर जवाब पूछे। कैमरे में नजर आया कि वे लिखित परीक्षा के लेकर गंभीर नहीं थे।
चाहिए थे कम से कम सत्तर फीसदी नंबर
यद्यपि बोइंग 737 पर छह पायलट अत्यधिक अनुभवी हैं लेकिन ये प्रश्न ए 320 एयरक्राफ्ट से संबंधित थे जो उन्हें इंडिगो के लिए उड़ाना था। परीक्षा उत्तीर्ण करने के लिए कम से कम उन्हें सत्तर फीसदी नंबर लाने थे।
नागरिक उड्डयन महानिदेशक अरुण कुमार ने बताया कि परीक्षा के दौरान नकल करने को लेकर छह पायलटों को डिबार कर दिया गया है अब वह छह महीने बाद ही परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।
छह महीने के लिए ग्राउंड पर भेजे गए
जेट एयरवेज ने इस साल अप्रैल में अपने उड़ान संचालन को स्थगित कर दिया था, छह पायलट इंडिगो में शामिल हो गए थे। इंडिगो बोइंग 737 विमानों का परिचालन नहीं करता है, इसलिए पायलटों को टाइप-रेटिंग नामक प्रक्रिया से गुजरना पड़ा। टाइप रेटिंग एक तरह का सर्टिफिकेट होता है जो पायलटों को एक निश्चित प्रकार के विमान को उड़ाने के लिए नियामक द्वारा दिया जाता है। ए 320 उड़ाने के लिए पायलटों को अतिरिक्त प्रशिक्षण के बाद उन्हें परीक्षाओं को पास करना जरूरी है।
टाइप-रेटिंग प्रशिक्षण ग्राउंड ट्रेनिंग क्लासेस से शुरू होता है जहां पायलट विशेष विमान पर सिस्टम, उसके प्रदर्शन, सीमाओं आदि के बारे में सीखते हैं। ग्राउंड परीक्षा के प्रशिक्षण के अंत में, पायलटों को एक लिखित परीक्षा पास करनी होती है। मैनपावर की कमी के कारण पिछले 8-9 वर्षों से DGCA ने एयरलाइंस को टाइप-रेटिंग परीक्षा कराने की अनुमति दी है। डीजीसीए से एक फ्लाइट ऑपरेशंस इंस्पेक्टर परीक्षाओं की निगरानी के लिए जाता है।
इनपुट: NBT