पटना कॉलेज में एक बार फिर बमबाजी हुई है। इस बार मिंटो और इकबाल हॉस्टल के छात्र आपस में भिड़े। दोनों हॉस्टलों के सैकड़ों छात्र कॉलेज में जमा हो गए। पहले पत्थर चले और फिर दो बम चलने की आवाज भी आई। पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन हर बार की तरह सिर्फ तमाशा देखती रही। छात्रों के जो मन में आया, वे करते चलते गए। कार के शीशे से लेकर लोगों के सिर तक फोड़ डाले।
छात्रों के दो गुटों में वर्चस्व की जंग ने गुरुवार को पटना कॉलेज का माहौल खराब कर दिया। मामला कक्षा में बेंच पर बैठने से शुरू हुआ। इतिहास की कक्षा में प्रथम वर्ष में पढ़ने वाले मिंटो हॉस्टल के छात्र पहुंचे। आगे की सीट पर इकबाल हॉस्टल के छात्र पहले से ही कब्जा जमाए थे। बाद में पहुंचे मिंटो हॉस्टल के छात्रों ने पहली सीट पर बैठने को लेकर बवाल कर दिया। छात्रों के दोनों गुटों ने फोन कर दर्जनों लड़कों को इकट्ठा कर लिया फिर जमकर बवाल मचा। दोनों गुटों में ईंट-पत्थर के साथ जमकर लाठी डंडे चले। चार घंटे तक कॉलेज परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा। देर शाम तक पुलिस माहौल को शांत कराने में जुटी रही। मिंटो और इकबाल हॉस्टल के छात्रों में हुई पत्थरबाजी के दौरान कई गाड़ियों के शीशे टूट गए। वहां मौजूद कुछ छात्रों के सिर में भी चोट लगने की बात सामने आई है। छात्रों ने हॉस्टल की खिड़की और दरवाजों में भी तोड़फोड़ की।
मिंटो हॉस्टल
इस हॉस्टल में 72 छात्रों की रहने की क्षमता है। पटना कॉलेज के स्नातक कोर्स में नामांकन लेने वालों को यह हॉस्टल आवंटित किया जाता है। इसका निर्माण वर्ष 1903 में हुआ था। दो साल पहले इकबाल हॉस्टल और इसके छात्रों के बीच जमकर बमबारी हुई थी। इसमें 14 छात्रों को नामजद और 30 अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
इकबाल हॉस्टल
इस हॉस्टल में 72 छात्र रह सकते हैं। यह हॉस्टल भी मारपीट और बमबाजी के लिए पूर्व में जाना जाता रहा है। दो साल पहले इसी हॉस्टल के टंकी से एक लड़के की गिरफ्तारी हुई थी। बमबाजी करने में यहां के कई छात्रों पर केस दर्ज हो चुके हैं। हॉस्टल अल्पसंख्यक छात्रों के लिए है। इसके कई कमरों में दंबंगों का कब्जा है।
जैक्शन हॉस्टल
इस हॉस्टल का निर्माण 1908 में हुआ था। यह पुरातत्विक इमारत है। यह हॉस्टल भी वर्षों से मारपीट और बमबाजी के लिए बदनाम रहा है। इस हॉस्टल के छात्रों का भी मिंटो और इकबाल के छात्रों से बवाल होता रहता है। सत्र आरंभ होने के पहले इन तीनों हॉस्टलों में किसी दो के बीच बवाल होता ही है।
कुछ यूं बढ़ता गया बवाल 9:30 बजे सुबह छात्रों के दो गुटों में शुरू हुआ बवाल। 70 से अधिक पुलिस के जवान संभाले रहे मोर्चा। 2 बड़े पुलिस पदाधिकारी मौके पर पहुंचकर करते रहे निगरानी। 12 से अधिक छात्रों को लगी चोट, सभी का अस्पताल में चला इलाज। 1:30 बजे तक पटना कॉलेज रहा अशांत। 2 पुलिस के जवान पथराव में हुए घायल।