महाराजगंज नगर पंचायत के कपिया निजामतपुर गांव में गुरुवार की रात पालतू कुत्ते ने मालिक के प्रति वफादारी निभाते हुए अपनी जा’न देकर मालिक सहित परिवार के अन्य लोगों की जान बचायी. कपिया निजामतपुर निवासी मुकेश पांडेय का परिवार रात्रि करीब 11 बजे खा-पीकर सोने चला गया. इसी बीच, उनका पालतू कुत्ता भोंकने लगा. परिवार के लोग कुछ समझ नहीं पाये कि आखिरकार कुत्ता भौंक क्यों रहा है? कुछ देर बाद कुत्ते की आवाज शांत हो गयी, तो परिवार के लोग सो गये.
शुक्रवार की सुबह सुबह मुकेश पांडेय उठ कर जब अपने पालतू कुत्ते के पास गये, तो उसे मृत पाया. साथ ही पास ही में एक विषैले सांप को भी मृत पाया. कुत्ते की वफादारी देख कर उनकी आंखों से आंसू छलक गये. उसके बाद उनको पता चल गया कि रात में उनका कुत्ता भौंक क्यों रहा था.
बताया जाता है कि गुरुवार की रात मुकेश पांडेय के घर के पीछे की खिड़की से विषैले सांप ने प्रवेश करने का प्रयास किया था. लेकिन, पालतू कुत्ते की नजर अचानक घर में प्रवेश कर रहे विषैले सांप पर पड़ गयी. वह घर में सांप को प्रवेश नहीं करने के लिए जान की बाजी लगाकर भिड़ गया.
सांप घर में प्रवेश करना चाह रहा था. वहीं, कुत्ता सांप को प्रवेश करने से रोक रहा था. एक-दूसरे को मात देने का खेल काफी देर तक चला. इसके बाद दोनों लहूलुहान हो गये. पालतु कुत्ते ने सांप को अपनी दांतों से काट कर मार डाला. लेकिन, सांप द्वारा कुत्ते को डसने से पालतू कुत्ते की भी मौत हो गयी.
गृह स्वामी मुकेश पांडेय ने बताया कि घर की खिड़की के पीछे शौचालय की टंकी पर कुत्ता बैठा था. अधिकांश समय कुत्ता शौचालय की टंकी पर ही रहता था. घर से बाहर महिलाओं का खिड़की से निकलने का रास्ता है. घर वालों ने कुत्ते और सर्प के शव को मिट्टी में दफना दिया है. वहीं, पालतू कुत्ते द्वारा अपनी जान गंवा कर मालिक सहित परिवार की जान बचाने की घटना इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है.