संयुक्त अरब अमीरात में नौकरी तलाशने में असफल रहने पर 45 दिन पहले घर वापस लौट गए एक भारतीय किसान ने शनिवार को लाटरी में 40 लाख डॉलर (27.86 करोड़ रुपये) जीत लिए। दुबई की इस लाटरी का टिकट किसान ने अपनी पत्नी से उधार लिए 20 हजार रुपये से खरीदा था। द गल्फ न्यूज समाचार पत्र की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल हैदराबाद में मौजूद विलास रिक्काला ने बिग टिकट लाटरी में 15 मिलियन दिरहम यानी करीब 40.08 लाख डॉलर का पहला इनाम जीता। निजामाबाद जिले के जाकरनपल्ली गांव निवासी रिक्काला को इसकी जानकारी शनिवार को मिली।
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि रिक्काला और उसकी पत्नी पदमा भारत में खेतिहर किसान के तौर पर काम करते हैं और चावल के खेतों से उन्हें महज तीन लाख रुपये की सालाना आय होती है। दो बेटियों के पिता रिक्काला इससे पहले दो साल तक दुबई में ही रहकर ड्राइवर के तौर पर काम कर रहे थे। यह नौकरी छूटने पर उन्हें नई नौकरी नहीं मिली थी।
इन दो साल में उन्होंने यूएई की सभी बड़ी लाटरियों के टिकट खरीदे थे। नौकरी छूटने पर उन्होंने अपनी पत्नी से 20 हजार रुपये उधार लेकर अबु धाबी में काम कर रहे अपने दोस्त रवि को दिए थे। रवि ने इस पैसे से रिक्काला के नाम से तीन लाटरी टिकट खरीदे थे, जो उसकी किस्मत बदल गए।
द गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल हैदराबाद में रह रहे विलास रिक्काला ने बिग टिकट लॉटरी में डेढ़ करोड़ दिरहम यानी करीब 27.86 करोड़ रुपये का पहला इनाम जीता.
दुबई (यूएई) में नौकरी तलाशने में नाकाम रहने के बाद घर लौट एक भारतीय किसान ने शनिवार को वहां लॉटरी में 40 लाख डॉलर (27.86 करोड़ रुपये) जीत लिए. उस किसान ने लॉटरी का यह टिकट अपनी पत्नी से उधार लिए 20 हजार रुपये से खरीदा था.
द गल्फ न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल हैदराबाद में रह रहे विलास रिक्काला ने बिग टिकट लॉटरी में डेढ़ करोड़ दिरहम यानी करीब 27.86 करोड़ रुपये का पहला इनाम जीता.
निजामाबाद जिले के जाकरनपल्ली गांव निवासी रिक्काला दुबई में नौकरी न मिल पाने पर 45 दिन पहले घर लौटे थे. उन्हें शनिवार को इस लॉटरी की जानकारी मिली.
मीडिया रिपोर्ट में बताया गया है कि रिक्काला और उसकी पत्नी पदमा भारत में किसान के तौर पर काम करते हैं और चावल के खेतों से उन्हें महज तीन लाख रुपये की सालाना आय होती है. दो बेटियों के पिता रिक्काला इससे पहले दो साल तक दुबई में ही रहकर बतौर ड्राइवर काम कर रहे थे. यह नौकरी छूटने पर उन्हें नई नौकरी नहीं मिली थी. इन दो साल में उन्होंने यूएई की सभी बड़ी लॉटरियों के टिकट खरीदे थे. नौकरी छूटने पर उन्होंने अपनी पत्नी से 20 हजार रुपये उधार लेकर अबु धाबी में काम कर रहे अपने दोस्त रवि को दिए थे. रवि ने इस पैसे से रिक्काला के नाम से तीन लॉटरी टिकट खरीदे थे, जिसने उसकी किस्मत बदल दी.