अरब देशों में सैंकड़ों पाकिस्तानी को तगड़ा झटका लगा है.
ये सभी पाकिस्तानी पेशे से डॉक्टर हैं.
जिनकी डिग्री को सऊदी अरब सहित अन्य अरब देशों में अमान्य करार दे दिया गया है.
साथ ही उन्हें जल्द से जल्द देश छोड़ देने का आदेश भी जारी कर दिया गया है.
वरना उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जायेगा.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के पुराने स्नातकोत्तर डिग्री कार्यक्रम- एमएस (मास्टर ऑफ सर्जरी) और एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) को सऊदी सहित सहित अन्य अरब देशों ने अस्वीकार कर दिया है.
साथ ही अरब देशों ने इन डिग्री धारक पाकिस्तानियों को उच्चतम भुगतान की पात्रता सूची से हटा दिया है.
कथित तौर पर इस फैसले के वजह से पाकिस्तान के सैकड़ों उच्च योग्यता वाले डॉक्टरों की नौकरी पर संकट खड़ा हो गया है.
इनमें से अधिकांश डॉक्टर सऊदी अरब में हैं.
जिनसे यह कहा गया है कि वो उनका देश छोड़ दें या फिर उन्हें निर्वासित कर दिया जाएगा.
वहीं, भारत, मिस्त्र, सूडान और बांग्लादेश की डिग्रियों को वैधता प्रदान की है. यानि इन देशों के डिग्रीधारक डॉक्टर वहां मेडिकल प्रैक्टिस जारी रख सकते हैं.
पाकिस्तान के एमएस/एमडी की डिग्री को अस्वीकार करते हुए सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया कि इसमें संरचित प्रशिक्षण कार्यक्रम का अभाव है, जो महत्वपूर्ण पदों के लिए मेडिक्स को रखने के लिए एक अनिवार्य आवश्यकता है.
सऊदी सरकार के कदम के बाद, कतर, संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन ने भी ऐसा ही कदम उठाया है.