संविधान से धारा 370 को हटाने के बाद देश के सभी हवाईअड्डों के आतंकवादियों के सॉफ्ट टारगेट पर होने के खतरे को भांपते हुए नागर विमानन मंत्रालय ने किसी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कड़े सुरक्षा प्रोटोकॉल जारी किए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को यह जानकारी दी।
ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सेक्युरिटी (बीसीएएस) पर भारतीय एयरपोर्ट्स की जिम्मेदारी है। उसने सुरक्षा मानकों का पालन करने के लिए सभी एयरपोर्ट्स को विस्तृत सलाह भेजी है, खासतौर से मुंबई और अन्य महानगरों के एयरपोर्ट्स को।
इसी ताकीद की गई है कि छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट (सीएसएमआईए) और देश के सभी अन्य एयरपोर्ट्स की ओर जानेवाले सभी वाहनों की एक किलोमीटर दूर से ही गहन जांच की जाएगी। बीसीएएस के निर्देशों में मुंबई और राज्य पुलिस को सीएसएमआईए से सुरक्षित दूरी पर ऐसे चेक प्वाइंट्स बनाने के निर्देश दिए गए हैं, साथ ही वहां पर्याप्त कार्यबल और उपकरण लगाने को कहा गया है, ताकि तुरंत प्रभाव से चौबीसो घंटे गहन जांच की जा सके।
आदेश में कहा गया है कि सीएसएमआईए जाने वाले कम से कम 10 फीसदी वाहनों की रैंडमली 31 अगस्त तक गहन जांच की जाए।
राज्यपाल ने आदेश में कहा कि जम्मू-कश्मीर के जो छात्र दूसरे राज्यों में पढ़ाई कर रहे हैं और ईद के मौके पर घर आना चाहते हैं, उनकी मदद की जाए. वहीं जो छात्र घर नहीं आ सकते, उसके लिए उत्सव आयोजित कराने के लिए एक-एक लाख रुपये नामित अधिकारियों को दिए जाएं. राज्यपाल ने आदेश दिया कि डिप्टी कमिश्नर के दफ्तर में टेलीफोन बूथ लगाए जाएं ताकि दूसरे राज्यों में पढ़ने वाले जम्मू-कश्मीर के छात्र अपने घर पर बात कर सकें.