जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाए जाने के बाद से बौखलाए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को एक और तगड़ा झटका लगा है। क्योंकि उनके ही अपनों ने उनके ही खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पाकिस्तान के कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान प्रांतों ने लोगों ने इमरान के लिए नई मुसीबत खड़ी कर दी है। गिलगित-बाल्टिस्तान में लोगों ने पाकिस्तान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
गिलगित-बाल्टिस्तान में लोगों ने जमीन, संपत्ति, और संसाधनों के मुआवजे की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। यह जमीनें पहले गिलगित हवाई अड्डे के निर्माण सहित विकास के नाम पर पाकिस्तान सरकार द्वारा अधिग्रहण की गई थीं।
बता दें, मोदी सरकार ने भारत में नया इतिहास रचते हुए जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370(Article 370) को खत्म कर दिया है।
केंद्र सरकार के इस फैसले से जहां पाकिस्तान में बौखलाहट नजर आ रही है। वहीं अब पाकिस्तान में स्वायत्ता क्षेत्र की मांग उठने लगी है।
एक अमेरिकी-आधारित समूह ने प्रवासी महाजिरों का प्रतिनिधित्व करते हुए पाकिस्तान के भीतर एक स्वायत्त ग्रेटर कराची के निर्माण का आह्वान किया।
वाइस ऑफ कराची नाम के समूह का प्रतिनिधित्व कर रहे नेता नदीम नुसरत ने कहा कि पाकिस्तान को कोई हक नहीं है कि वह कश्मीरियों के हक के लिए बोले।
उसे ऐसा अधिकार तब तक नहीं है जब तक वह खुद अपने यहां मुहाजिर, बलूच, पश्तून और हजारा समुदाय के लोगों को उनके अधिकार नहीं देता।
उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान के पास किसी भी क्षेत्रीय या अंतरराष्ट्रीय मंच पर कश्मीरियों के मामले की पैरवी करने का कोई नैतिक आधार नहीं है, अगर वह अपने मूल मानवाधिकारों से अपने नागरिकों को वंचित कर रहा है।