भारत के जम्मू कश्मीर को लेकर लिए गए फैसले के बाद पाकिस्तान एक के बाद एक ऐ’ला’न कर रहा है. लेकिन इसका फर्क भारत को नहीं पड़ रहा है बल्कि पाकिस्तान खुद ही बौखलाया जा रहा है. शायद यही वजह है कि पाकिस्तान लगातार हर मामले में भारत से रिश्ते तोड़ते जा रहा है.
भारत से व्यापारिक संबंध तोड़ने के बाद पाकिस्तान ने समझौता एक्सप्रेस पर रोक लगा दिया है. जबकि यह भी उम्मीद की जा रही है पाकिस्तान और भी फैसले ले सकता है जो भारत के खिलाफ है. हालांकि मीडिया रिपोर्ट की माने तो पाकिस्तान भारत को लेकर भीतर भीतर डर भी रहा है.
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो पाकिस्तान को ऐसा लग रहा है कि भारत पाक के कब्जे वाले कश्मीर(PoK) को लेकर भी कार्रवाई कर सकता है. इस डर के वजह से ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी सेना को अलर्ट पर रहने का आदेश दिया है.
इस मामले को लेकर इमरान ने पाकिस्तान में बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति(एनएससी) की बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी सेना को अलर्ट पर रहने को कहा है.
कश्मीर मामले पर बीते दो दिनों से पाकिस्तान में मैराथन बैठकों का दौर जारी है. पाकिस्तान इस मामले पर अपनी नाराजगी दिखाने में कोई कमी नहीं दिखा रहा है.
इससे पहले पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति(एनएससी) की बैठक के बाद इमरान खान ने फैसला लिया है कि वह भारत के साथ अपने कूटनीतिक संबंधों में कमी करेंगे. इसके अलावा पाकिस्तान ने भारत के साथ सभी द्विपक्षीय व्यापारिक रिश्तों को भी तोड़ दिया है. पाकिस्तान की तरफ से कहा गया है कि वो कश्मीर मामले को यूएन तक उठाएगा।
बताया जा रहा है कि इस बैठक के बाद पाकिस्तान ने भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को भारत लौटने के लिए कह दिया है। इसके अलावा पाकिस्तान भारत के लिए नियुक्त किए गए अपने उच्चायुक्त को दिल्ली नहीं भेजेगा.
पाकिस्तान ने कहा है कि वह कश्मीर मामला संयुक्त राष्ट्र (UN) में उठाएगा. संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने बुधवार को यूएन सेक्योरिटी काउंसिल की सदस्य जोआना रोनेका से चर्चा की. इसके बाद देर रात यूएन मानवाधिकार प्रवक्ता ने बयान जारी कर जम्मू कश्मीर के हालात पर चिंता जताई है.
पाकिस्तान पहले भी ऐसे मुद्दों पर संयुक्त राष्ट्र(UN) का रुख कर चुका है लेकिन तब भी इसका कोई खास फायदा पाकिस्तान को नहीं मिला था.