एक जलपोत देखते देखते अचानक धू धू कर जलने लगा। वह दृश्य देखर उस पर मौजूद लोगों के उस उड़ गए। जलपोत पर करीब 29 लोग मौजूद थे। घटना सोमवार को सुबह करीब 11.30 बजे की है।
जब विशाखापत्तनम में एक अपतटीय आपूर्ति जलपोत में आग लग गई। जिन्होंने समय रहते ही कूदकर जान बचा ली। लेकिन एक क्रू मेंबर भी लापता है।
जानकारी के मुताबिक, 28 लोगों को बचा लिया गया है जबकि एक अभी भी लापता है जिसकी तलाश की जा रही है। घटना की जानकारी होने के बाद एक अन्य पोत के जरिए भारतीय तटरक्षक बल की टीम मौके पर पहुंची और 28 क्रू मेंबर्स को बचा लिया। हादसे के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है।
इसी साल अप्रैल महीने में देश के सबसे बड़े विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य भी इसी तरह के हादसे का शिकार हो गया था। इस पोत में आग लगने से एक नौसेना के अधिकारी लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौहान की मौ’त हो गई थी।
आग उस वक्त लगी थी जब यह पोत कर्नाटक के कारवार बंदरगाह पंहुच रहा था। लेफ्टिनेंट कमांडर डीएस चौहान के नेतृत्व में ही पोत पर लगी आग को बुझाने का प्रयास किया जा रहा था। आग बुझाने के दौरान धुआं लगने के कारण लेफ्टिनेंट कमांडर अचेत हो गए थे। उन्हें बचाया नहीं जा सका था…