जम्मू-कश्मीरः किश्तवाड़ में लोगों ने मनाई ईद, सुरक्षाबलों ने बिना किसी रुकावट के त्योहार मनाने के लिए किए थे जरूरी इंतजाम।
दिल्लीः लाल किला मेट्रो स्टेशन के आसपास बढ़ाई गई सुरक्षा।
जम्मू-कश्मीर के प्रिंसिपल सेक्रटरी रोहित कंसल की प्रेस कॉन्फ्रेंस, अपडेट्स के लिए जुड़े रहें
मीडिया में गोलबारी की खबरें चल रही हैं, लेकिन मैं यह दावे के साथ कहता हूं कि एक भी गोली सुरक्षाबलों की तरफ से नहीं चलाई गई हैंः प्रिंसिपल सेक्रटरी, जम्मू-कश्मीर
हाइवे और एयरपोर्ट सामान्य रूप से काम रहे हैं, अगले हफ्ते हज से वापस आने वाले 11 हजार लोगों के स्वागत के लिए हम तैयार हैंः प्रिंसिपल सेक्रटरी
राज्य में कोई भी बड़ा विरोध प्रदर्शन नहीं हुआ, दो मामूली प्रदर्शन में 2 लोग घायल हुए हैंः एसपी पाणि, आईजी, जम्मू-कश्मीर पुलिस
प्रतिबंधों में छूट पर स्थानीय प्रशासन काम कर रहा है। ट्विटर से अफवाह फैलाई जा रही है। हमने इसके बारे में जानकारी जुटाई हैः एसपी पाणि, आईजी, जम्मू-कश्मीर पुलिस
लोग घरों से निकल रहे और अपने रिश्तेदारों को ईद की बधाई देने जा रहे हैं। प्रतिबंधों में छूट दी जा रही है, लेकिन किसी को हालात खराब करने नहीं दिया जाएगाः प्रिंसिपल सेक्रटरी, जम्मू-कश्मीर
जम्मू-कश्मीर के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने सोमवार को उन रिपोर्ट्स को खारिज कर दिया है, जिसमें कहा जा रहा था कि सुरक्षा बलों की फायरिंग में लोगों की जान गई। कंसल ने कहा कि मैं ऐसी सभी रिपोर्ट्स को खारिज करता हूं। सुरक्षा बलों ने एक भी गोली नहीं चलाई और किसी की जान नहीं गई है। उन्होंने कहा िक हमने राज्य में माहौल को शांतिपूर्ण रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए। इसका नतीजा यह रहा कि राज्य में ईद शांतिपूर्ण ढंग से मनाई गई।
इससे पहले गृह मंत्रालय ने कहा कि श्रीनगर और शोपियां में सभी प्रमुख मस्जिदों में लोग अच्छी खासी तादाद में घरों से निकले। जम्मू की ईदगाह में करीब 4500 लोग इकट्ठा हुए। वहीं अनंतनाग, बारामूला, बड़गाम, बांदीपोरा में भी किसी तरह की अप्रिय घटना नहीं हुई। बारामूला की जामा मस्जिद में करीब 10 हजार लोग नमाज अदा करने पहुंचे।
पिछले एक हफ्ते में नहीं हुई कोई बड़ी घटना
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को 7 अगस्त को निष्प्रभावी कर दिया था। एक दिन पहले ही गृह मंत्रालय की तरफ से कहा गया था कि श्रीनगर और बारामूला में कुछ छोटे-मोटे विरोध प्रदर्शन हुए, लेकिन किसी भी प्रदर्शन में 20 से ज्यादा लोग शामिल नहीं थे। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी ट्वीट कर राज्य हालात शांतिपूर्ण होने का दावा किया था।
इंटरनेट-फोन बंद; 300 फोन बूथ बनाए
घाटी में मोबाइल फोन, लैंडलाइन और इंटरनेट पूरी तरह बंद है। इसलिए प्रशासन ने घाटी में 300 टेलीफोन बूथ बनाए हैं। रविवार को इन बूथों पर लंबी लाइनें लगीं। बकरीद मनाने में लाेगाें को कोई दिक्कत न हो, इसके लिए रविवार काे भी कुछ बैंक खुले रखे गए थे।