भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली सात दिनों से एम्स के आइसीयू में भर्ती हैं, जहां उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। हालांकि एम्स ने उनके स्वास्थ्य को लेकर कोई अधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। शुक्रवार सुबह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद एम्स में अरुण जेटली से मिलने पहुंचे हैं। उन्होंने अरुण जेटली से उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली।
अरुण जेटली लंबे समय से बीमार हैं। 9 अगस्त को सांस लेने में परेशानी के बाद उन्हें एम्स के आइसीयू में भर्ती किया गया था। उस दिन एम्स ने बयान जारी कर उनकी हालत स्थिर बताया था।
एक दिन पहले उनका वेंटिलेटर हटाकर एक प्रोसिजर किया गया था लेकिन गुरुवार को उनकी तबीयत दोबारा बिगड़ गई। डॉक्टर इसका कारण फेफड़े में बार-बार पानी जमा होना बता रहे हैं। डॉक्टर कहते हैं कि उन्हें सॉफ्ट टिश्यू सारकोमा है। इस वजह से दिक्कत हो रही है।
पिछले शुक्रवार शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन एम्स पहुंचे थे और अरुण जेटली का हाल जाना।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और स्वास्थ्य राज्यमंत्री अश्विनी चौबे भी जेटली को देखने के लिए एम्स पहुंचे थे। बाद में उन्हें देखने वालों का तांता लगा रहा।