जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 व 35ए से हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान की बौखलाहट कम होने का नाम नहीं ले रही है। वह आए दिन नापाक हरकतें करने से बाज नहीं आ रहा। कंगाल हो चुका पाकिस्तान जंग की स्थिति में अक्सर अपने परमाणु हथियारों के हमले की भी बातें कह चुका है।
भारत हमेशा पहले परमाणु हमला नहीं करने की नीति अपनाता रहा है, मगर अब मौजूदा हालात को देखते हुए भारत ने जो निर्णय लिया है वो पाकिस्तान की नींद उड़ाने के लिए काफी है। दरअसल, भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने स्पष्ट किया है कि परमाणु युद्ध को लेकर अब तक हमारी नीति पहले इस्तेमाल न करने की रही है, लेकिन अब भविष्य में क्या होता है। यह उस वक्त के हालात पर निर्भर करेगा।
सैन्य तैयारियों का जायजा लिया
बता दें कि रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भारतीय सेना की ओर से आयोजित पांचवे अंतरराष्ट्रीय आर्मी स्काउट मास्टर प्रतियोगिता 2019 के समापन समारोह में शिकरत करने जैसलमेर पहुंचे थे। कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद सैन्य तैयारियों का जायजा लेने जैसलमेर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर भी गए। यहां उनका स्वागत सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने किया। रक्षामंत्री भारत के पश्चिमी सीमा पर सेना और सीमा सुरक्षा बल की सैन्य तैयारियों का जायजा लिया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को पोखरण में इशारों में पाकिस्तान को दिया जवाब कि परमाणु हमले पर भारत की संयम की नीति बदल सकती है।
2 मई 1998 को पोखरण में हुआ था परमाणु परीक्षण
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राजस्थान दौरे के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उनकी पहली पुण्यतिथि पर पोखरण जाकर श्रद्धांजलि दी। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में ही 2 मई 1998 को राजस्थान के पोखरण में 5 परमाणु बमों का परीक्षण किया गया था। राजनाथ सिंह ने कहा कि यह संयोग है कि मैं आज अंतरराष्ट्रीय आर्मी स्काउट प्रतियोगिता के लिए जैसलमेर आया हूं और आज ही अटलजी की पुण्यतिथि है। इस अवसर पर मैं पोखरण की धरती पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दूंगा।